जगदलपुर, 25 नवंबर (हि.स.)। राज्य सरकार की खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के तहत धान खरीद की नीति और धान खरीद की व्यवस्थाओं से किसानों में उत्साह है।
राज्य सरकार की 3100 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीद, किसानों के लिए ऑनलाइन एवं ऑफलाइन टोकन की व्यवस्था, बारदाना की उपलब्धता, खरीद केन्द्रों पर किसानों के लिए पेयजल, शौचालय सहित बैठने की व्यवस्था को कमलोचन बघेल, पदम सेठिया, महेन्द्र कुमार, विजय, अशोक आदि कृषकों ने सार्थक पहल निरुपित करते हुए सरकार को धन्यवाद दिया है।
इस बार ऑफलाइन और ऑनलाइन व्यवस्थित टोकन व्यवस्था के कारण केंद्रों पर भीड़भाड़ कम हुई है, और किसानों को धान बेचने में कम समय लग रहा है। किसान अपनी मेहनत का उचित मूल्य मिलने से संतुष्ट नजर आ रहे हैं।
जिले के जगदलपुर विकासखण्ड अंतर्गत सरगीपाल धान खरीद केन्द्र में अपना धान बेचने आए सरगीपाल निवासी किसान कमलोचन बघेल ने बताया कि खरीद केन्द्र में 18 नवम्बर को ऑफलाइन टोकन लेने के बाद सोमवार को 80 क्विंटल धान विक्रय करने लाए हैं। खरीद केन्द्र पर बारदाना उपलब्ध कराने के साथ ही धान की तौल करने के लिए पर्याप्त हमाल उपलब्ध करवाया गया है। यहां पेयजल, शौचालय और शेड की व्यवस्था है जिससे किसानों को सहूलियत हो रही है।
इसी तरह बड़ेमुरमा खरीद केन्द्र में धान विक्रय करने आए साड़गुड़ निवासी किसान पदम सेठिया ने कहा कि, अभी भी धान कटाई चल रही है जरूरत को देखते हुए कुछ धान की मिंजाई के बाद 56 क्विंटल धान बेचने लाए हैं। उन्होंने धान खरीद की व्यवस्था को बेहतर रेखांकित करते हुए 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीद करने और किसानों के लिए अच्छी व्यवस्था के लिए राज्य सरकार के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।
नानगुर धान खरीद केन्द्र में धान बेचने आए किसान महेन्द्र,विजय एवं अशोक ने भी राज्य सरकार की धान खरीद नीति को किसान हितैषी निरुपित करते हुए टोकन की व्यवस्था, बारदाना की उपलब्धता सहित किसानों के लिए पेयजल, शौचालय और शेड की व्यवस्था को सराहनीय प्रयास बताया। ज्ञात हो कि राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीद विगत 14 नवम्बर से पूरे प्रदेश में शुरू की गई है। जिले में इस वर्ष 79 धान खरीद केन्द्रों के माध्यम से कृषकों का धान उपार्जन किया जा रहा है।
धान खरीद के इस सीजन में किसानों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। सरगीपाल, बडे मूरमा और नानगुर धान खरीद केंद्र में किसानों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। टोकन व्यवस्था के तहत किसान अपने समयानुसार धान बेच रहे हैं, जिससे खरीद प्रक्रिया सुचारू और व्यवस्थित हो रही है। खरीद केंद्रों पर बारदाना की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, जिससे किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा। समिति प्रभारियों ने बताया कि सरगीपाल में नए बारदाना 7500, पीडीएस बारदाना पाँच हज़ार, बड़े मुरमा में नया बारदाना 30 हजार और पीडीएस दो हजार पांच बडे मूरमा और नानगुर में 20 हजार नया बारदाना, छः हज़ार तीन सौ पुराने बारदाना की उपलब्धता है। अधिकारियों ने बताया कि धान खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी और सरल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।