संभल हिंसा: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद सर्वे को लेकर भड़की हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई है. इस बीच चार अधिकारियों समेत 19 पुलिसकर्मी भी घायल हो गये हैं. पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया. इसके अलावा चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और इंटरनेट सेवाओं पर भी रोक लगा दी गई है. अब संभल हिंसा के एक चश्मदीद ने हिंसा के दौरान का मंजर बयां किया है.
प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, ‘जब हम घर से बाहर निकले तो हंगामा हो रहा था. हमने घर बंद कर दिया था. मस्जिद में अनाउंसमेंट किया जा रहा था कि घबराओ मत, शांत रहो, ऐसा कुछ नहीं हुआ. लेकिन जनता का आक्रोश ऐसा था कि उन्हें एक बात पर यकीन नहीं हुआ.’
हिंसा बाहरी लोगों ने की
उन्होंने कहा, ‘जो लोग हिंसा कर रहे थे, वे यहां के नहीं थे, यह हिंसा बाहरी लोगों ने की है. क्योंकि काम से ही हमें मुक्ति नहीं मिलती. इधर घर के लोग घर से बाहर नहीं निकले हैं. हमने गेट बंद कर दिया था क्योंकि, पथराव हो रहा था और पत्थर घर के अंदर आ रहे थे.’
संभल हिंसा में 800 उपद्रवियों पर केस दर्ज किया गया
संभल हिंसा में पुलिस ने सात एफआईआर दर्ज की हैं, जिसमें 800 उपद्रवियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इसके अलावा संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और स्थानीय विधायक के बेटे सोहेल इकबाल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. संभल एसपी ने बताया कि बदमाशों की पहचान के लिए सीसीटीवी की जांच की जा रही है. इसके अलावा ड्रोन उपद्रवियों की छोटी-छोटी तस्वीरें भी ले रहे हैं. फिलहाल संभल में धारा 163 (पहले 144) लागू है और कल यानी मंगलवार को भी इंटरनेट बंद रहेगा. इसके अलावा हिंसा प्रभावित इलाकों में कई पुलिस स्टेशनों पर पुलिस बल तैनात है.