महाराष्ट्र राजनीति: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है. इन खराब नतीजों के चलते प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इस्तीफा दे दिया है. चुनाव में खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी नाना पटोले ने ली है और अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. वहीं कांग्रेस का कहना है कि नाना पटोले का इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है. वह पार्टी अध्यक्ष के रूप में काम करते रहेंगे। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में महाराष्ट्र कांग्रेस में दरार और तेज हो सकती है. राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई नेताओं ने इन नतीजों की विस्तार से समीक्षा करने की बात कही है.
कांग्रेस को सिर्फ 16 सीटें ही मिल सकीं
खुद कांग्रेस नेता नाना पटोले यह चुनाव बमुश्किल 208 वोटों से जीत सके. इसके अलावा दो अन्य वरिष्ठ नेताओं पृथ्वीराज चव्हाण और बालासाहेब थोराट को भी हार का सामना करना पड़ा है. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 16 सीटें ही मिल सकीं. कांग्रेस एक समय महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी थी, लेकिन पिछले कुछ दशकों में इसकी स्थिति गिरती जा रही है। हालांकि, इस बार सिर्फ 16 सीटों पर अटक जाना चौंकाने वाला है।
‘हमारा नेतृत्व कमज़ोर है’
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि हम हार पर विचार करेंगे. इस बीच नाना पटोले ने इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी में अंदरूनी लड़ाई चल रही है. कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने भी शनिवार को कहा, ‘बीजेपी और उसके सहयोगियों को लाडली बहन योजना, आरएसएस और नेताओं की मेहनत से फायदा हुआ है. हमारा नेतृत्व कमजोर है.’ नाना पटोले ने कहा, ‘भले ही हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला हो, हम कड़ी मेहनत करेंगे. हम सरकार को उसके वादे याद दिलाते रहेंगे ताकि लोगों को फायदा हो.’