महाराष्ट्र की जीत के बाद पीएम मोदी ने दिया बड़ा संकेत महाराष्ट्र में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद वक्फ बोर्ड की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. क्योंकि पीएम मोदी ने अपने विजय भाषण में इसका जिक्र किया था. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के संविधान में वक्फ एक्ट का कोई स्थान नहीं है. संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होगा. सबकी निगाहें वक्फ बिल पर हैं. मोदी सरकार इस बिल को पास कराना चाहती है.
यह गठबंधन की सबसे बड़ी जीत है
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी ने छत्रपति शिवाजी महाराज की इस पंक्ति को हकीकत में बदल दिया है। महाराष्ट्र में बीजेपी ने वो किया जो पहले कभी नहीं हुआ. बीजेपी ने यहां बड़ी जीत हासिल की है और इस जीत के बाद बीजेपी का मनोबल ऊंचा है. पीएम मोदी ने इस जीत को ऐतिहासिक बताया है, पीएम मोदी ने कहा कि ये पिछले 50 साल में किसी पार्टी या चुनाव पूर्व गठबंधन की सबसे बड़ी जीत है. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार महाराष्ट्र की इस धरती ने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. महाराष्ट्र में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. पीएम मोदी ने कहा कि इस जीत का सबसे बड़ा संदेश एकता है.
देश के मतदाताओं को इंडी गठबंधन पसंद नहीं है
पीएम मोदी ने भारत अलायंस पर हमला बोलते हुए कहा कि भारतीय देश के बदले हुए मूड को नहीं समझते हैं. ये लोग सच को स्वीकार करना नहीं चाहते. आज भी ये लोग भारतीय मतदाता की सामान्य समझ को कम आंकते हैं। देश के मतदाता ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना के साथ हैं। देश के मतदाताओं को ‘पहली कुर्सी’ का सपना देखने वाले पसंद नहीं हैं.
संविधान की धर्मनिरपेक्षता
सत्ता के लालच में कांग्रेस परिवार ने संविधान की धर्मनिरपेक्ष भावना को नष्ट कर दिया। हमारे संविधान निर्माताओं ने भी उस समय धर्मनिरपेक्षता की भावना को चुना। संविधान सभा में देश के महापुरुषों द्वारा की गई बहस में इस पर विस्तार से चर्चा की गई थी, लेकिन इस कांग्रेस परिवार ने झूठी धर्मनिरपेक्षता के माध्यम से उस महान परंपरा को दबा दिया।
वक्फ एक्ट का संविधान में कोई स्थान नहीं है
कांग्रेस द्वारा बोया गया तुष्टीकरण का बीज संविधान निर्माताओं के साथ विश्वासघात है और मैं इस विश्वासघात के बारे में बड़ी जिम्मेदारी के साथ बात कर रहा हूं। कांग्रेस ने दशकों तक देश में यही खेल खेला। तुष्टीकरण के लिए कानून बनाओ. इसका उदाहरण वक्फ बोर्ड है. बाबा साहब के संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान नहीं है लेकिन कांग्रेस ने सत्ता के लालच में ऐसी व्यवस्था बनाई ताकि उसका वोट बैंक बढ़ सके।
वक्फ बोर्ड की उल्टी गिनती शुरू?
पीएम मोदी के इस बयान से साफ है कि वक्फ बोर्ड की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. यह 2024 के अंत से पहले नहीं रह सकता है। दरअसल संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होगा. सबकी नजर वक्फ बिल पर होगी. इस विशेष सत्र में पांच नये विधेयक पारित किये जायेंगे. सबकी नजर वक्फ बिल पर है. वक्फ बिल संसद की संयुक्त समिति के विचाराधीन और समीक्षाधीन है. जेपीसी की बैठक में इस पर काफी हंगामा हुआ है. सरकार इस बिल को इसी सत्र में पास कराना चाहती है. वक्फ बिल पर कमेटी की अब तक 27 बैठकें हो चुकी हैं. समिति इसी शीतकालीन सत्र में अपनी रिपोर्ट संसद को सौंपेगी. इस बिल को केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने लोकसभा में पेश किया, जिस पर संसद में हंगामा हो गया। इसके बाद बिल को जेपीसी के पास भेजा गया.