महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारियां शुरू, जगह-जगह बैठकें हुईं

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महाराष्ट्र में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के बाद अब सरकार बनाने के लिए बैठकों का दौर शुरू हो गया है. महागठबंधन में शामिल तीनों दलों ने आज अलग-अलग बैठक की. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावन कुले समेत कई नेता देवेन्द्र फड़णवीस के सागर स्थित बंगले पर पहुंचे. इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा हुई और इस बीच ताज लैंड होटल में शिंदे गुट की बैठक शुरू हो गई है.

अजित पवार के घर पर भी बैठक हुई

इस बैठक में एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता चुना जाएगा. इसके अलावा आज एनसीपी अजित पवार गुट की भी बैठक हुई है, जिसमें उन्हें विधायक दल का नेता चुना जाएगा. बैठक अजित पवार के घर पर होगी.

महाराष्ट्र में महायुति की ऐतिहासिक बड़ी जीत

आपको बता दें कि महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने शानदार जीत हासिल की है. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. महायुति गठबंधन को 233 सीटें मिली हैं. जिसमें बीजेपी को 132 सीटें, शिंदे गुट की शिवसेना को 57 सीटें, अजित गुट की एनसीपी को 41 सीटें, जेएसएस को दो सीटें और आरएसजेपी को एक सीट मिली. यह जीत बीजेपी और उसके सहयोगियों के लिए ऐतिहासिक है.

विधानसभा का कार्यकाल कल पूरा हो जाएगा

महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। ऐसे में सूत्रों के मुताबिक खबर है कि शपथ ग्रहण समारोह कल ही आयोजित किया जाएगा. लेकिन समस्या मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर है. एकनाथ शिंदे को कमान मिलेगी या फिर देवेंद्र फड़णवीस के सिर पर सीएम का ताज सजेगा, यह अभी तय नहीं हुआ है। इसे लेकर तीनों पार्टियां अलग-अलग बैठकें कर रही हैं.

सीएम पद पर कोई विवाद नहीं: फड़णवीस

कल महायुति की जीत के बाद फड़णवीस ने कहा कि सीएम पद पर तीनों पार्टियां बैठकर फैसला करेंगी. इसमें कोई विवाद नहीं है. जो भी फैसला होगा, सभी लोग उसे स्वीकार करेंगे. सभी की उम्मीदें पूरी होंगी. फड़णवीस ने कहा कि यह उन लोगों की जीत है जिन्होंने महाराष्ट्र को एकजुट किया. ये जीत महाराष्ट्र में राष्ट्रीय विचार की जीत है. महाराष्ट्र में देश विरोधी ताकतें हार गई हैं. हमने ध्रुवीकरण की कोशिश को नाकाम कर दिया है. साथ ही सीएम शिंदे ने कहा कि आज महाराष्ट्र के लिए ऐतिहासिक दिन है. अजित पवार ने कहा कि विरोधी जीरो साबित हो गए हैं. इस जीत ने लोकसभा में हार की कमी को खत्म कर दिया. लोगों ने विकास के नाम पर वोट दिया है.