रिफाइंड तेल के नुकसान: रिफाइंड तेल हमारी रसोई का अहम हिस्सा है, इसका इस्तेमाल पूरी, पुलाव और चिप्स आदि तलने के लिए किया जाता है। इस तेल में किसी तरह की गंध या स्वाद नहीं होता, इसलिए कई लोग इसे पसंद करते हैं, लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल हमारी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। ग्रेटर नोएडा के जीआईएमएस अस्पताल की पूर्व डाइटीशियन आयुषी यादव ने बताया कि रिफाइंड तेल खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं।
सबसे बड़ी समस्या यह है कि रिफाइंड तेल में बहुत अधिक मात्रा में वसा होती है, जिसमें से अधिकांश में ट्रांस फैट और संतृप्त वसा शामिल हैं। इन वसा का अधिक सेवन हमारे शरीर के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। जो लोग इस तेल का अत्यधिक उपयोग करते हैं, उन्हें हृदय रोग, मधुमेह और मोटापे का खतरा हो सकता है। इस तेल को उच्च तापमान पर संसाधित किया जाता है, जिससे यूरिक एसिड भी बढ़ सकता है जो बाद में जोड़ों के दर्द का कारण बनता है।
डायटीशियन आयुषी का मानना है कि हमें अपने दैनिक आहार में रिफाइंड तेल की जगह स्वस्थ प्राकृतिक तेलों का इस्तेमाल करना चाहिए, जिसमें नारियल तेल, जैतून का तेल और तिल का तेल शामिल है। इनके इस्तेमाल से शरीर में ट्रांस फैट नहीं बढ़ता और हम कई खतरनाक और जानलेवा बीमारियों से बचे रहेंगे।
रिफाइंड तेल के नुकसानों के बावजूद इसका मतलब यह नहीं है कि आप इसे पूरी तरह से त्याग दें। अगर आप इसका सेवन एक लिमिट में करते हैं या चीजों को तल कर खाते हैं तो यह सेहत के लिए उतना खतरनाक नहीं है, लेकिन अगर आपके पास हेल्दी ऑप्शन हैं तो उन्हें जरूर तरजीह दें।