नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन की जंग और भीषण होती जा रही है. पश्चिमी देशों की इजाजत के बाद यूक्रेन ने रूस पर अपने हथियारों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. रूस अपने खतरनाक हथियारों से जवाब देता है. यूक्रेन का कहना है कि रूस ने उसके ऊपर अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, लेकिन हमले के बाद राष्ट्रपति पुतिन टीवी पर थे. उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि रूस-सेना ने बिल्कुल नए हथियार ‘ओरेश्निक’ मिसाइल से हमला किया है. इस मिसाइल की गति ध्वनि की गति से 10 गुना अधिक है और इसे रोकना न केवल असंभव है बल्कि इसमें ‘परमाणु हथियार’ भी है। इसकी मारक क्षमता 5000 किलोमीटर है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘अगर इस मिसाइल का इस्तेमाल रिटर्न स्ट्राइक में किया जाता है, तो इसे रोकना (बीच में ही नष्ट करना) असंभव है क्योंकि यह रडार पर पता चलने से पहले ही गुजर सकती है।’ ये मिसाइलें, जो अब रूसी सेना की सेवा में हैं, पूरे यूरोप को कवर करने में सक्षम हैं। साथ ही रूस के पूर्वी तट से लॉन्च की गई ये मिसाइलें अमेरिका के पश्चिमी तट को भी कवर कर सकती हैं।
राष्ट्रपति पुतिन ने आगे कहा कि 21 नवंबर को यूक्रेन ने अमेरिका और इंग्लैंड द्वारा मुहैया कराई गई मिसाइलों से रूस पर हमला कर दिया. जवाब में हमने अपनी रूसी मिसाइल से यूक्रेन के डीनिप्रो पर हमला कर दिया. हमारी सेना ने डीनिप्रो में उन जगहों को निशाना बनाया जहां से यूक्रेनी सेना को समर्थन मिलता है.
एक रूसी सैन्य ब्लॉगर ने इसकी पुष्टि की, जबकि सैन्य विशेषज्ञ एनेनोलाई मारवियुक ने भी दावों की पुष्टि करते हुए कहा कि वे ‘परमाणु हथियार’ भी ले जा सकते हैं।
दूसरी ओर, पेंटागन ने यह भी कहा कि यूक्रेन पर हमले में ICBM का इस्तेमाल नहीं किया गया था, किसी अन्य हथियार का इस्तेमाल किया गया था, मिसाइलें मूल रूप से RS-26 के डिजाइन पर आधारित थीं।