Bank Auto Sweep Services: जहां एक तरफ बैंक एफडी और दूसरे बचत खातों पर तगड़ा ब्याज मिलता है, वहीं दूसरी तरफ बैंक डिपॉजिट पर आमतौर पर बेहद कम ब्याज मिलता है, लेकिन आप अपने बचत खाते या चालू खाते पर एफडी की तरह ही ज्यादा ब्याज पा सकते हैं। दरअसल, हर बैंक अपने ग्राहकों को ऑटो स्वीप सर्विस मुहैया कराता है, जिसके बारे में बहुत से लोगों को जानकारी भी नहीं होती। इसके जरिए आप अपने खाते पर तीन गुना तक ज्यादा ब्याज पा सकते हैं। इस सर्विस का लाभ उठाने के लिए आपको बस बैंक जाना होगा और इस सर्विस को इनेबल करने के लिए कहना होगा। आइए जानते हैं इसके बारे में…
अधिशेष निधि पर अधिक ब्याज
सबसे पहले बात करते हैं ऑटो स्वीप सर्विस की, तो आपको बता दें कि यह एक ऐसी सुविधा है जो ग्राहकों को सरप्लस फंड पर अधिक ब्याज पाने में मदद करती है। अगर आप इसे इनेबल करते हैं तो आपके बचत खाते में जमा राशि एक निश्चित सीमा से अधिक होने या सरप्लस फंड होने की स्थिति में यह अपने आप फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी में ट्रांसफर हो जाती है। ऐसी स्थिति में आपको बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज की जगह बैंक एफडी पर मिलने वाली ब्याज दर का लाभ मिलता है।
यह सेवा इस प्रकार काम करती है
अगर हम हर बैंक द्वारा दी जाने वाली इस ऑटो स्वीप सर्विस को सरल भाषा में समझें तो अगर आपने अपने सेविंग अकाउंट पर ऑटो स्वीप सर्विस को इनेबल कर रखा है तो इस सर्विस से खोले गए अकाउंट पर आपको ज्यादा ब्याज मिल सकता है। दरअसल, जब आपके सेविंग या करंट अकाउंट में जमा राशि स्वीप लिमिट से ज्यादा हो जाती है तो ऑटो स्वीप सुविधा एक्टिवेट हो जाती है। अगर इसके काम करने के तरीके पर गौर करें तो इसमें आपको अपने अकाउंट में एक लिमिट तय करनी होती है और इसके बाद आपकी जमा राशि सीधे FD में बदल जाती है।
उदाहरण के लिए मान लीजिए आपने अपने खाते में 20,000 रुपये की सीमा तय की है और इस खाते में 60,000 रुपये जमा किए हैं तो इस सेवा के तहत 20,000 रुपये से अधिक की रकम यानी 40,000 रुपये की अतिरिक्त रकम को एफडी में बदल दिया जाएगा और इस रकम पर संबंधित बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज दर (FD Interest Rate) के हिसाब से ब्याज मिलेगा, जबकि 20,000 रुपये की जमा पर बचत खाते पर तय ब्याज ही मिलेगा.
अधिक बचत के लिए प्रेरित करता है
इस सेवा का एक खास लाभ यह है कि आपके बैंक खाते में जमा पैसे पर अधिक रिटर्न मिलने से ग्राहक अधिक बचत करने के लिए प्रेरित होता है। इससे लोगों की नियमित बचत भी बढ़ती है। इसके अलावा इस सुविधा के जरिए आप अपने खर्चों को ट्रैक करने के साथ बजट भी सेट कर सकते हैं। ऑटो स्वीप सर्विस में आपको मैन्युअली पैसे को FD में ट्रांसफर करने के झंझट से मुक्ति मिल जाती है, क्योंकि यह एक ऑटोमैटिक प्रक्रिया है।
बचत खाते की तरह उपयोग करें
आमतौर पर बैंक अकाउंट में बचत पर बैंक औसतन 2.5 फीसदी ब्याज देते हैं। हालांकि, यह हर बैंक में अलग-अलग होता है। वहीं, एफडी पर ब्याज दर औसतन 6.5 से 7 फीसदी है। यानी आपको खाते में जमा रकम पर तीन गुना तक ज्यादा ब्याज का फायदा मिलता है। लेकिन आप इसे सेविंग अकाउंट की तरह ही मान सकते हैं, यानी एफडी में कन्वर्ट हुए पैसे को आप जब चाहें निकाल सकते हैं, जबकि फिक्स्ड डिपॉजिट पर मैच्योरिटी पीरियड से पहले नहीं निकाल सकते।