भारत के बड़े शहरों में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। कहा जा रहा है कि इंडिगो 2026 तक देश में एयर टैक्सी शुरू कर सकती है। दरअसल, भारत एयर टैक्सी के लिए तेजी से वर्टिपोर्ट विकसित कर रहा है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की रिपोर्ट के मुताबिक भारत तेजी से वर्टिपोर्ट विकसित कर रहा है, जिसकी मदद से देश के बड़े शहरों को एक-दूसरे से जोड़ा जा सकेगा। आइए आपको बताते हैं कि वर्टिपोर्ट क्या होते हैं और देश के कौन से बड़े शहर सबसे पहले एक-दूसरे से जुड़ेंगे।
पहले जानें वर्टिपोर्ट क्या हैं
वर्टिपोर्ट एक खास तरह का एयरपोर्ट है जिसे वर्टिकल टेकऑफ़ और लैंडिंग (VTOL) विमानों के लिए डिज़ाइन किया गया है। आसान भाषा में कहें तो इसे एयर टैक्सी या ड्रोन जैसी चीज़ों के लिए तैयार किया गया है। यानी यहाँ रनवे नहीं हैं, लेकिन यहाँ से एयर टैक्सी सीधे अपनी जगह से ऊपर उड़कर उतर सकती हैं। वर्टिपोर्ट में इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेकऑफ़ और लैंडिंग (eVTOL) विमानों के लिए चार्जिंग स्टेशन भी हो सकते हैं। इसके अलावा यहाँ यात्रियों के आने-जाने और वेटिंग एरिया की सुविधाएँ भी हैं।
कौन से बड़े शहरों को आपस में जोड़ा जा रहा है
फिलहाल भारत के जिन शहरों को एयर टैक्सी की मदद से जोड़ने की बात चल रही है, उनमें दिल्ली एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई शामिल हैं। इन शहरों के बीच वीटूएल उड़ानें जल्द ही शुरू की जा सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो इन कारोबारी शहरों में एक जगह से दूसरी जगह जाना बेहद आसान हो जाएगा।
अभी अगर आप दिल्ली से गुरुग्राम जाते हैं तो आपको करीब 60 से 90 मिनट का समय लगता है। अगर ट्रैफिक ज्यादा है तो यह समय और भी बढ़ जाता है। लेकिन, अगर आप दिल्ली से गुरुग्राम एयर टैक्सी से जाते हैं तो यह समय सिर्फ 7 से 8 मिनट का होगा। यही हाल दूसरे शहरों का भी है। उदाहरण के लिए, जब बेंगलुरु को इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी से एयर टैक्सी के जरिए जोड़ दिया जाएगा तो उनके बीच की 51 किलोमीटर की दूरी तय करने में सिर्फ 19 मिनट का समय लगेगा।