एनएफएसयू-भारत और एनएएसयूएस-सऊदी अरब ने शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा देने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

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शैक्षणिक और अनुसंधान के लिए समझौता ज्ञापन: रियाद स्थित सऊदी अरब विश्वविद्यालय नाइफ अरब यूनिवर्सिटी फॉर सिक्योरिटी साइंसेज (एनएयूएसएस) ने फोरेंसिक विज्ञान और संबंधित विषयों में सहयोग विकसित करने के लिए गांधीनगर स्थित राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। डॉ. अब्दुलमाजिद बिन अब्दुल्ला अल्बानियान और एनएफएसयू के कुलपति डॉ. जेएम व्यास ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

प्रो. (डॉ.) एसओ जुनारे ने बताया कि पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित एनएफएसयू के कुलपति डॉ. जेएम व्यास ने सऊदी अरब का दौरा किया। सुरक्षा विज्ञान के लिए नाइफ अरब विश्वविद्यालय ने विभिन्न क्षेत्रों विशेषकर साइबर सुरक्षा में प्रशिक्षण और अनुसंधान के लिए एनएफएसयू के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। दोनों संगठन संयुक्त रूप से संगोष्ठियों, सम्मेलनों, कार्यशालाओं, अनुसंधान और परामर्श सेवाओं आदि का आयोजन करेंगे।

INTERPA के उपाध्यक्ष और भारत के सबसे वरिष्ठ फोरेंसिक वैज्ञानिक के रूप में डॉ. जेएम व्यास ने सऊदी अरब के रियाद में आयोजित INTERPA कार्यकारी बोर्ड और जनरल काउंसिल की बैठक में भी भाग लिया। प्रो. जुनार ने कहा कि एनएफएसयू टीम ने सम्मेलन के दौरान एआई फॉर पुलिसिंग पर अपने पैनल चर्चा और तकनीकी सत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।