टैब घोटाले में बाबर पर नजर, 21 और गिरफ्तार; ‘नया जामताड़ा’ बन रहा है बंगाल का चोपड़ा

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कोलकाता, 20 नवंबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में टैब घोटाले की जांच में तेजी आ गई है। राज्य पुलिस ने पिछले दो दिनों में विभिन्न जिलों से 21 और लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से लाखों रुपये बरामद हुए हैं, और 797 बैंक खातों को फ्रीज किया गया है। यह घोटाला छात्रों के लिए प्रदान की जाने वाली टैब योजना के पैसों की चोरी से जुड़ा है।

पुलिस के अनुसार, यह घोटाला उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा से संचालित किया जा रहा था। पुलिस की नजर में बाबर नाम का व्यक्ति इस घोटाले का मास्टरमाइंड हो सकता है। चोपड़ा क्षेत्र के इन ठगों ने एक साजिश के तहत कई जिलों के छात्रों के पैसे हड़प लिए।

जांच में पता चला है कि 2008 में चोपड़ा से ही एक व्यक्ति को केरल पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसने केंद्र सरकार की एक परियोजना के पैसे को इसी तरह से ठगा था। तब से लेकर अब तक इस इलाके में कई बार बड़े घोटाले सामने आए हैं।

अब तक राज्यभर में इस घोटाले से जुड़े 140 मामले दर्ज हो चुके हैं। कुल 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से पांच लोग पूर्व मेदिनीपुर के रहने वाले हैं। झारग्राम, आसनसोल और उत्तर बंगाल के अन्य जिलों से भी लोग इसमें शामिल बताए जा रहे हैं।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही इस तरह के घोटालों के बारे में आगाह किया था। उन्होंने कहा था कि यह घोटाला सिर्फ बंगाल तक सीमित नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र और राजस्थान की योजनाओं के पैसे भी इसी तरह हड़पे गए हैं। अब तक की जांच में उनके दावों को सही साबित करने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं।

पुलिस के अनुसार, चोपड़ा के अपराधी तकनीकी तरीकों का इस्तेमाल कर इस तरह की धोखाधड़ी कर रहे हैं, जिससे यह इलाका जामताड़ा जैसा साइबर अपराध केंद्र बनने की ओर बढ़ रहा है।

टैब घोटाले की परतें जितनी खुल रही हैं, उतनी ही चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि सभी दोषियों को जल्द ही कानून के कटघरे में लाया जाएगा।