शोधकर्ताओं ने मौखिक गर्भनिरोधक गोलियों पर एक नया अध्ययन किया है। उनका दावा है कि गर्भनिरोधक गोलियां साइकिल चलाने या दौड़ने जैसी कठोर शारीरिक गतिविधि के दौरान महिलाओं में रक्तचाप नहीं बढ़ाती हैं। आईआईटी मद्रास के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।
महिलाएं गर्भधारण को रोकने के लिए ऐसी गोलियों का सहारा लेती हैं। हालाँकि कुछ दवाएं आराम के दौरान बीपी बढ़ाने के लिए जानी जाती हैं, लेकिन ऐसी शारीरिक गतिविधियों के दौरान बीपी पर इन दवाओं का प्रभाव अच्छी तरह से ज्ञात नहीं है। मासिक धर्म चक्र के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव बीपी को प्रभावित करते हैं या नहीं, इस पर अध्ययन अनिर्णीत हैं। अध्ययन में अमेरिका के मिनेसोटा विश्वविद्यालय के शोधकर्ता भी शामिल थे। शोधकर्ताओं के अनुसार, गर्भनिरोधक गोलियों के इस्तेमाल और युवा महिलाओं में अंडाशय से निकलने वाले एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन के स्तर में सामान्य उतार-चढ़ाव का रक्तचाप पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। डॉ। आईआईटी मद्रास के जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सहायक प्रोफेसर निनिता ए जे ने कहा कि अध्ययन के निष्कर्ष व्यापक रूप से उपयोगी हैं। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह गर्भनिरोधक गोलियाँ लेने वाली महिलाओं में रक्तचाप पर व्यायाम के प्रभाव पर प्रकाश डालता है। अध्ययन के नतीजे अमेरिकन जर्नल ऑफ फिजियोलॉजी-रेगुलेटरी, इंटीग्रेटिव एंड कम्पेरेटिव फिजियोलॉजी में प्रकाशित हुए हैं।