यमुनानगर, 16 नवंबर (हि.स.)। दिल्ली किसान आंदोलन की चौथी वर्षगांठ को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा जिला यमुनानगर की एक बैठक न्यायिक परिसर जगाधरी में भारतीय किसान यूनियन( टिकैत )के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर की अध्यक्षता में हुई। जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 26 नवंबर को संयुक्त किसान मोर्चा व केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आह्वान पर जिला यमुनानगर के किसान व मजदूर कन्हैया साहब चौक पर इकट्ठा होकर प्रदर्शन करके चेतावनी दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
शनिवार को किसानों की ओर से स्वतंत्रता सेनानी महान बलिदानी करतार सिंह सराभा को नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी गई।
बैठक को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए किसान सभा हरियाणा के जिला अध्यक्ष जरनैल सिंह सांगवान व अखिल भारतीय किसान सभा (अजय भवन) के राज्य अध्यक्ष गुरभजन सिंह मझैल ने कहा कि 26 नवंबर इस महान संघर्ष की चौथी वर्षगांठ के महत्वपूर्ण अवसर को चिन्हित करता है। उन्होंने कहा कि हमारी प्रमुख मांगे है कि सभी फसलों के लिए कानूनी रूप से गारंटीकृत खरीद के साथ सी टू प्लस 50 प्रतिशत पर न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करना,चार श्रम संहिताओं को निरस्त करना,श्रम के ठेकाकरण पर रोक लगाना, संगठित, असंगठित, योजना कर्मियों, ठेका मज़दूरों और कृषि क्षेत्र सहित सभी मजदूरों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 26 हजार रुपये प्रति माह का न्यूनतम वेतन और 10 हजार रूपये पर प्रतिमाह पेंशन और सामाजिक सुरक्षा लाभ लागू किया जाए। ऋणग्रस्ता और आत्महत्याओं को समाप्त करने के लिए किसानों और खेत मजदूर के लिए सर्व समावेशी ऋण माफी, किसानों और मजदूरों के लिए कम ब्याज दरों पर ऋण सुविधा सुनिश्चित करो।
बैठक को संबोधित करते हुए किसान नेता धर्मपाल चौहान ने कहा कि पराली से प्रदूषण को लेकर जितना शोर मचाया जा रहा है इसके लिए केवल किसान जिम्मेवार नही है। गांव के आसपास जो फैक्ट्रियां लगी हुई हैं उनकी वजह से गांव भी बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं । इसके लिए योजना बनाकर कार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों को गिरफ्तार किया गया तो संयुक्त किसान मोर्चा इसका पुरजोर विरोध करेगा।