पालमपुर, 16 नवंबर (हि.स.)। विवेकानंद रिसर्च ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कायाकल्प योजना के कर्मचारियों की ईमानदारी की शनिवार काे सराहना की। उन्हाेंने कहा कि आज के समय में जब समाज में मूल्यों का पतन हो रहा है, तब कायाकल्प के कर्मचारियों ने एक अनुकरणीय मिसाल पेश की है।
पालमपुर स्थित योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान कायाकल्प में एक महिला ने इलाज के बाद घर पहुंचने पर पाया कि उसके कान का एक हीरा जड़ा सोने का अभूषण गायब है। महिला ने तुरंत यह जानकारी कायाकल्प के प्रशासक डॉ. आशुतोष से साझा की, जिसके बाद इलाज कक्ष की जांच शुरू की गई। जब हीरे जड़े अभूषण का पता नहीं चल, तो प्रशासन ने महिला को सूचित करते हुए आश्वासन दिया कि यदि आभूषण कायाकल्प परिसर में किसी कर्मचारी के पास पाया जाता है तो उसे वापस लौटा दिया जाएगा।
अगली सुबह, सफाई कर्मचारी छन्नो देवी ने प्रतीक्षा भवन के पास अभूषण को पाया और बिना किसी स्वार्थ के उसे प्रशासन को सौंप दिया। इसके बाद महिला को उसका आभूषण वापस कर दिया गया और कर्मचारी काे सम्मानित किया गया।
इस घटना की जानकारी मिलने पर शांता कुमार ने खुशी जाहिर करते हुए छन्नो देवी को 11,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि
आजादी के बाद के नागरिकों की मानसिकता में एक बड़ा अंतर होता है। जहां एक सशक्त और स्वतंत्र देश के लोग ईमानदारी की मिसाल पेश करते हैं, वहीं गुलाम देश के लोग केवल भौतिक लाभ के लिए काम करते हैं।
शांता कुमार ने छन्नो देवी की ईमानदारी की सराहना करते हुए समस्त कायाकल्प कर्मचारियों से सतर्कता बनाए रखने की अपील की। इस अवसर पर कायाकल्प के प्रशासक डॉ. आशुतोष, विवेकानंद रिसर्च ट्रस्ट के प्रशासक राकेश कोरिया, नरेश आचार्य सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे।