मां से प्राप्त संस्कार से ऊँचाइयों पर पहुँच जाते है हम: आचार्य पीयूष

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कानपुर,15 नवम्बर(हि.स.)। मां से प्राप्त संस्कार से हम ऊंचाइयों पर पहुँच जाते है। हम उन संस्कारों को नहीं भूल पाते है। उक्त बातें शुक्रवार को बी.एन.एस.डी.शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज, बेनाझाबर में आयोजित श्रद्धेय मां तीर्थ रानी मिश्र जयंती समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि परम पूज्य आचार्य पीयूष महाराज ने कही।

उन्होंने माँ की महिमा का वर्णन करते हुए ध्रुवतारा एवं रामचरितमानस का वर्णन किया तथा राजा उत्तानपाद का प्रसंग सुरुचि और सुनीति माध्यम से बताया। बालक ध्रुव अपनी माता द्वारा दिये गये संस्कारों को ग्रहण करके सदैव के लिये सौरमंडल में पहुँच गये। श्री रामचरित मानस के प्रसंग का वर्णन करते हुए बताया कि जब लक्ष्मण जी वन जाने के पहले माता सुमित्रा से आशीर्वाद एवं विदा लेने गये तो माता ने कहा कि जब तुम्हारे मन में ये विचार आये कि मै 14 वर्षो के लिये भगवान की सेवा करने जा रहा हूं तो यह सोचना कि यह भगवान की ही कृपा एवं करुणा है कि मुझे यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है।

उन्होने बताया कि जब हम संस्कारो को पाकर ऊंचाइयों पर पहुँच जाते है तो भी हम उन संस्कारों को नहीं भूलते और अंत में उन्होंने छात्रों को सफलता के सूत्र भी बताये।

मुख्य अतिथि ने मां तीर्थ रानी मिश्र एवं पं0 रामबालक मिश्रा मेधावी छात्रवृत्ति भी वितरित की, जिसमें 10 मेधावी निर्धन छात्र- छात्राओं को 7000-7000 हजार रुपये की धनराशि की छात्रवृत्ति की चेक प्रदान की।

विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष पंडित रमाकांत मिश्रा ने अतिथि परिचय कराया, विद्यालय के प्रबंधक आदित्य शंकर बाजपेई ने मां तीर्थरानी मिश्र के जीवन पर प्रकाश डाला। डाॅ. शिवकांत मिश्र ने आभार प्रदर्शन किया। बी.एन.एस.डी. शिक्षा निकेतन के छात्रों ने “एैसी लागी लगन“ एवं “अवध में राम आये है“ भजन की प्रस्तुति कर वातावरण भक्तिमय बना दिया। इस अवसर पर मनोज कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत एवं परिचय कराया।

इस अवसर पर वीरेन्द्र जीत सिंह, सुधाकर पाण्डेय, सुमन मिश्रा, कृष्णकांत मिश्र, सविता मिश्र, डाॅ. नीलम मिश्रा, डा. शिवांशु मिश्र, डाॅ. राशि मिश्र, कमल किशोर गुप्ता, बी.के. लाहोटी, हरिभाऊ खांडेकर, नवीन मिश्र, शरद कृष्ण पांडेय, प्रधानाचार्य बृजमोहन सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।