जम्मू, 15 नवंबर (हि.स.)। दूरस्थ और अविकसित पीर पंजाल क्षेत्र में युवा महिलाओं को सशक्त बनाने के एक अभूतपूर्व प्रयास में भारतीय सेना के वॉलीबॉल कोचिंग कार्यक्रम ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। इस पहल के तहत प्रशिक्षित राजौरी और पुंछ की लड़कियों ने जम्मू और कश्मीर की राज्य वॉलीबॉल टीमों में स्थान अर्जित किया है जिनमें से सात एथलीट राष्ट्रीय स्तर पर पहुँची हैं।
29 अगस्त को शुरू किए गए इस कार्यक्रम में 30 उत्साही लड़कियों का स्वागत किया गया और जम्मू-कश्मीर खेल प्राधिकरणों और फिजियोथेरेपिस्टों के अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा तैयार किए गए एक संरचित पाठ्यक्रम को लागू किया गया। प्रशिक्षण सत्रों में वॉलीबॉल के बुनियादी कौशल, खेल रणनीतियों और शारीरिक फिटनेस पर जोर दिया गया जिससे खिलाड़ियों के लिए एक समग्र विकास मंच तैयार हुआ।
इस समूह से 19 लड़कियाँ जिला-स्तरीय टूर्नामेंट में अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए आगे बढ़ीं। इनमें से 15 खिलाड़ियों ने जम्मू संभाग स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और आठ खिलाड़ियों ने राज्य-स्तरीय टीमों में अपना स्थान अर्जित किया। असाधारण उपलब्धि हासिल करते हुए राजौरी और पुंछ की सात लड़कियाँ अब तीन श्रेणियों में राष्ट्रीय वॉलीबॉल टूर्नामेंट में जम्मू और कश्मीर का प्रतिनिधित्व करेंगी। इसमें अंडर-19, अंडर-17 और अंडर-14 शामिल है।
यह पहल न केवल एथलेटिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देती है बल्कि खेलों में महिलाओं की भागीदारी के बारे में पारंपरिक मानदंडों को चुनौती देते हुए सामाजिक परिवर्तन को भी बढ़ावा देती है। यह सशक्तिकरण का एक प्रतीक है, जो लंबे समय से ऐसे अवसरों से वंचित क्षेत्र में आत्मविश्वास, नेतृत्व और लैंगिक समानता को बढ़ावा देता है।