जहाजपुर पथराव प्रकरण: शाहपुरा जिला 17 को, भीलवाड़ा जिला 18 को और चित्तौड़ प्रांत 19 को बंद

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भीलवाड़ा, 15 नवंबर (हि.स.)। शाहपुरा जिले के जहाजपुर में जलझूलनी एकादशी के दिन भगवान पीतांबर श्याम की पालकी पर पथराव की घटना के बाद से तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। हिंदू संगठनों ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए, 15 नवंबर से अनिश्चितकालीन बंद का ऐलान किया है। इस विरोध में शुक्रशार काे जहाजपुर पूरी तरह से बंद रहा,और आंदोलन धीरे-धीरे अन्य जिलों तक फैलता जा रहा है।

पीतांबर श्याम संघर्ष समिति के संयोजक गोकुल खटीक ने कहा कि हिंदू समाज की मांगों को नजरअंदाज किए जाने के कारण यह आंदोलन तेज किया जा रहा है। समिति ने घोषणा की है कि 15 नवंबर को जहाजपुर बंद रहेगा, 16 नवंबर को तहसील मुख्यालय, 17 को शाहपुरा जिला, 18 नवंबर को भीलवाड़ा जिला और 19 नवंबर को चित्तौड़ प्रांत का बंद किया जाएगा। संघर्ष समिति ने यह साफ किया है कि आंदोलन का उद्देश्य प्रशासन और पुलिस पर दबाव बनाना है ताकि पथराव के सभी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जा सके।

प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने केवल आठ लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि घटना में कई अन्य लोग भी शामिल थे। बुधवार को हुई गिरफ्तारियों के बाद, बड़ी संख्या में लोग थाने के बाहर एकत्र हुए और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इस गुस्से को देखते हुए इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

शाहपुरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश आर्य ने वीडियो संदेश जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने और बाजार खुले रखने की अपील की। हालांकि, पीतांबर श्याम संघर्ष समिति की अपील के चलते पुलिस की यह अपील बेअसर रही, और आज जहाजपुर पूरी तरह से बंद रहा। संघर्ष समिति ने शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन को जारी रखने का आह्वान किया है। उनका कहना है कि जब तक उनकी 14 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होतीं, यह आंदोलन जारी रहेगा। समिति ने सभी हिंदू समाज के लोगों से इस आंदोलन को मजबूती प्रदान करने का आग्रह किया है, ताकि प्रशासन पर दबाव बनाकर उनकी मांगें पूरी करवाई जा सकें। प्रकरण के मद्देनजर पूरे क्षेत्र में तनाव व्याप्त है और सुरक्षा बलों की सतर्कता बढ़ा दी गई है।