जगदलपुर, 15 नवंबर (हि.स.)। बस्तर ओलंपिक का आयोजन विकासखण्ड स्तर, जिलास्तर और संभागस्तर पर किया जाएगा। वहीं सुविधाओं की उपलब्धता के दृष्टिकोण से केवल जिलास्तर पर हॉकी एवं वेटलिफ्टिंग की स्पर्धा हो रही है। बस्तर ओलंपिक में अपनी खेल विधा में सहभागिता के लिए लगभग एक लाख 70 हजार से अधिक खिलाड़ियों ने पंजीयन करवाया है। इन दिनाें बस्तर ओलंपिक के पहले चरण में विकासखंड स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन संभाग के सभी जिलों में जारी है। बस्तर ओलंपिक के खेल विधाओं में एथलेटिक्स,लंबी कूद, ऊंची कूद, शॉटपूट, डिस्कस थ्रो, जैवेलिन थ्रो, रिलेरेस, तीरंदाजी, कबड्डी, बैडमिन्टन, खो-खो, फुटबॉल, वालीबॉल, रस्साकसी, कराटे जैसी विधा शामिल हैं।
बस्तर जिले के दरभा विकासखंड के खंडस्तरीय प्रतियोगिता में नक्सल प्रभावित कोलेंग, मुंडागढ़, चांदामेटा, पखनार, चन्द्रगिरी जैसे दूरस्थ अंदरूनी इलाके के खिलाड़ियों ने भी उत्साह के साथ हिस्सा लिया। इन खिलाड़ियों ने बताया कि बस्तर ओलंपिक ने हम ग्रामीण युवाओं को एक अच्छा मौका दिया जो हम गांव के युवा आपस में बॉलीबाल खेलते थे। पहली बार गांव के खिलाड़ियों को विकासखंड स्तर पर खेलने का अवसर मिला और हमारी टीम उप विजेता रही। उन्होंने कहा कि खेल के माध्यम से दूसरे क्षेत्र के खिलाड़ियों से संपर्क और खेल गतिविधियों के द्वारा अपने खेल को निखारने का अवसर मिल रहा है। छिंदगुर (कोलेंग) की व्हालीबॉल टीम में सम्मिलित सामूराम, घासीराम, मोतीराम नाग आदि युवाओं ने बस्तर ओलम्पिक के इस महत्ती आयोजन के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पहल को सकारात्मक निरूपित करते हुए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। वहीं ग्रामीण स्तर पर बेहतर आयोजन के लिए जिला प्रशासन के प्रति आभार जताया।