Shatavari Ke Benefits: आयुर्वेद ने हमें ऐसे खजाने दिए हैं जो सेहत के लिए बेहतरीन माने जाते हैं। ऐसी ही एक जड़ी-बूटी है शतावरी जिसकी अक्सर सलाह दी जाती है। इसमें कमाल के गुण होते हैं इसलिए यह किसी औषधि से कम नहीं है। यह अपने औषधीय गुणों से मानव शरीर में लाइपेस और एमाइलेज की गतिविधियों को बढ़ाकर पाचन क्रिया को बेहतर बनाती है। इसमें मौजूद लाइपेस नामक तत्व हमारे शरीर में वसा के पाचन में मदद करता है, जबकि एमाइलेज हमारे शरीर के कार्बोहाइड्रेट के पाचन में मदद करता है
शतावरी: इसके और भी कई फायदे हैं
शतावरी के फायदे इसकी महत्ता को कई गुना बढ़ा देते हैं। यूपी के हरदोई में आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. अमित कुमार ने बताया कि अक्सर लोग शतावरी को आयुर्वेद तक ही सीमित रखते हैं। इसकी हरी पत्तियों का इस्तेमाल जहां रोजाना के खाने-पीने की चीजों में किया जाता है, वहीं यह लोगों के लिए सुपरफूड की तरह काम करती है।
शतावरी क्यों फायदेमंद है?
डॉ. कहते हैं, “शतावरी में कई फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो हृदय रोगों, कैंसर और प्रदूषण से होने वाले नुकसान से शरीर को बचाने में मदद करते हैं। यह शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने में सहायक है, क्योंकि इसमें मौजूद फोलेट मूड को बेहतर बनाता है और तनाव से निपटने की क्षमता को बढ़ाता है। शतावरी के सेवन से तनाव को काफी बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है।”
गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छा
महिलाओं के लिए गर्भावस्था की समस्याओं के दौरान शतावरी के फायदे गिनाते हुए डॉ. अमित कहते हैं, “आजकल कई महिलाओं को गर्भधारण करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन, शतावरी इस समस्या को दूर करने में मददगार हो सकती है। यह हार्मोनल असंतुलन को सुधारने में मदद करती है, जिससे पीरियड्स नियमित होते हैं और गर्भवती होने की संभावना बढ़ जाती है।”
इसके अलावा शतावरी के सेवन से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है, क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मौसमी संक्रमण को कम करते हैं और शरीर की रक्षा क्षमता को बेहतर बनाते हैं। शतावरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हृदय रोग, कैंसर और प्रदूषण से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं। यह अल्जाइमर के खतरे को भी कम करता है, क्योंकि इसमें विटामिन ई और फोलेट होते हैं, जो मस्तिष्क को स्वस्थ रखने और इससे जुड़ी समस्याओं से बचने में मदद करते हैं।