दिल्ली में 43वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का आगाज, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने किया उद्घाटन

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नई दिल्ली, 14 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को यहां भारत मंडपम में 43वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) का वर्चुअल रूप से उद्घाटन किया। अपने उद्घाटन भाषण के दौरान गोयल ने कहा कि सरकार भारत व्यापार संवर्धन संगठन को एक विश्व स्तरीय एजेंसी के रूप में विस्तारित करने की योजना बना रही है, जो एक ही बिंदु पर पूरे उद्योग और मूल्य श्रृंखला को प्रतिबिंबित करेगी ताकि दुनिया भारत को सर्वश्रेष्ठ एमआईसीई गंतव्य के रूप में देख सके।

पीयूष गोयल ने भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) को व्यापार मेले के दो वार्षिक संस्करण आयोजित करने तथा इसे द्विवार्षिक करने पर विचार करने का सुझाव दिया।

उन्होंने कहा कि भारत मोबिलिटी और विश्व खाद्य मेले जैसी बड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों के आयोजन पर विचार करने की जरूरत है, ताकि पूरे उद्योग को एक जगह एकत्र किया जा सके। गोयल ने कहा कि सरकार भारत व्यापार संवर्धन संगठन को एक विश्व स्तरीय एजेंसी के रूप में विस्तारित करने की योजना बना रही है, जो पूरे उद्योग और मूल्य श्रृंखला को एक ही स्थान पर दर्शाएगी, ताकि दुनिया भारत को सर्वश्रेष्ठ एमआईसीई गंतव्य के रूप में देखे।

उन्होंने कहा कि केंद्र इन सुविधाओं का विस्तार करने के लिए बेंगलुरु, मुंबई, चेन्नई, लखनऊ, वाराणसी और नोएडा जैसे स्थानों पर विचार कर रहा है। वाणिज्‍य मंत्री ने सरकार के हर निर्णय को विकसित भारत के लक्ष्य के लिए समर्पित करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को दोहराते हुए आईआईटीएफ 2024 की थीम को विकसित भारत 2047 के विचार पर आधारित होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। गोयल ने आईटीपीओ से अमेरिका, यूरोप, जापान, दक्षिण कोरिया और पश्चिम एशिया के देशों जैसे दुनिया के अन्य हिस्सों में भी भारत के मेले शुरू करने पर विचार करने को कहा। उन्होंने कहा कि मैंने आईटीपीओ को व्यापार मेले के दो वार्षिक संस्करण में आयोजित करने पर विचार करने का सुझाव दिया है।

उल्‍लेखनीय है कि आईटीपीओ वर्तमान में हर साल नवंबर में अपना प्रमुख 14 दिवसीय भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (आईटीपीओ) आयोजित करता है। इस बार मेले का विषय ‘2047 तक विकसित भारत’ है। आईटीपीओ वाणिज्य मंत्रालय का प्रमुख व्यापार संवर्धन उद्यम है। इस मेले में भारत और विदेशों से 3,500 से अधिक प्रदर्शकों के हिस्सा लेने की संभावना जताई जा रही है।