पुंछ, 12 नवंबर (हि.स.)। भारतीय सेना ने रचनात्मकता और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए कलसा प्राथमिक विद्यालय में ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की। युवा छात्रों के बीच रचनात्मकता और कलात्मक कौशल को बढ़ावा देने की उल्लेखनीय पहल में यह विद्यालय पुंछ जिले के सबसे अविकसित क्षेत्रों में से एक में स्थित है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को रचनात्मक अभिव्यक्ति के लिए प्रेरित करना और उन्हें शामिल करना था साथ ही ऐसे माहौल में उनकी प्रतिभा और आत्मविश्वास को बढ़ावा देना था जहाँ पाठ्येतर गतिविधियों के अवसर सीमित हैं। प्रतियोगिता में 8 वर्ष से 12 वर्ष की आयु के बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया जिन्होंने विभिन्न विषयों पर जीवंत और विस्तृत ड्राइंग और पेंटिंग के माध्यम से अपनी रचनात्मकता और कल्पना का प्रदर्शन किया।
छात्रों की कलाकृति में मेरा भारत महान, देश में शिक्षा का पहला महत्व और महिला समानता जैसे विषय शामिल थे। इस कार्यक्रम ने छात्रों को न केवल अपनी कलात्मक क्षमता को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित किया बल्कि ध्यान, दृढ़ता और आत्म-अभिव्यक्ति में मूल्यवान सबक भी सीखा। इस कार्यक्रम में स्कूलों के शिक्षकों और स्थानीय समुदाय के नेताओं ने भाग लिया जिन्होंने इस वंचित क्षेत्र के बच्चों को इस तरह का समृद्ध अनुभव प्रदान करने के लिए भारतीय सेना के प्रयासों की सराहना की।
भारतीय सेना की यह पहल वंचित समुदायों के उत्थान और बच्चों को पारंपरिक कक्षा शिक्षा से परे विविध शिक्षण अनुभवों तक पहुँच प्रदान करने के अपने व्यापक मिशन के साथ संरेखित है। इस तरह के आयोजन के माध्यम से भारतीय सेना का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण पाठ्येतर गतिविधियों तक पहुँच में अंतर को पाटना और वंचित क्षेत्रों में बच्चों के जीवन को समृद्ध बनाना है।