जम्मू, 10 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रणवीर परिसर कोट भलवाल जम्मू और विज्ञान परिषद प्रान्त जम्मू कश्मीर के संयुक्त तत्वावधान में वेदों में विज्ञान विषय पर अंतर्राष्ट्रीय वैदिक सम्मेलन का रविवार को समापन हुआ। कार्यक्रम के मुख्यातिथि स्वामी गोविन्दानन्द सरस्वती रहे। कार्यक्रम के विशिष्टातिथि विज्ञान भारती के क्षेत्र प्रमुख डॉ. सोमदेव भारद्वाज एवं स्कास्ट जम्मू के कुलपति प्रो. बी.एन त्रिपाठी तथा सारस्वातिथि महर्षि सांदीपनी वेद विद्या प्रतिष्ठान उज्जैन के पूर्व उपाध्यक्ष प्रो. प्रफुल्ल कुमार मिश्र एवं केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. आर.जी. मुरली कृष्ण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता परिसर निदेशक प्रो. श्रीधरमिश्र द्वारा की गई। मुख्यातिथि गोविन्दानन्द सरस्वती ने अपने उद्बोधन में कहा कि मानव जीवन में वैदिक ज्ञान को अपनाने से ही पुरातन धर्म एवं संस्कृति का संरक्षण किया जा सकता है। विशिष्ट अतिथि डॉ. सोमदेव भारद्वाज ने केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय को वैदिक सम्मलेन के सफल एवं भव्य आयोजन की बधाई दी और कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन होते रहें तो इससे अकादमिक जगत में नई उर्जा का संचार होगा और नई पीढ़ी को विरासत को जानने का अवसर मिलेगा।
विशिष्ट अतिथि स्कास्ट के कुलपति प्रो. बी.एन त्रिपाठी ने आयोजन समिति को बधाई दी और कहा कि जिस उद्देश्य के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है वह आज सफल प्रतीत होता दिख रहा है। भविष्य में इस प्रकार के आयोजन गतिशील एवं भव्य हो ऐसा हमारा निरन्तर प्रयास होना चाहिए। सारस्वत अतिथि प्रो. प्रफुल्ल कुमार मिश्र ने कहा कि वेदों का ज्ञान सनातन संस्कृति का परिचय देता है। इससे नई पीढ़ी संस्कारित होती है जिससे भारत की सांस्कृति विरासत मजबूत होगी। कुलसचिव प्रो. आर.जी. मुरली कृष्ण ने कहा कि केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के लिए यह गौरव का पल है कि विज्ञान और वेद का सम्मिलन इतना भव्य रूप में हुआ है। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में परिसरीय निदेशक प्रो. श्रीधर मिश्र ने कहा कि चारों वेदों के बिना जीवन का महत्त्व नहीं है। मनुष्य में ज्ञान की अग्नि को जगाने के लिए वैदिक ज्ञान का होना आवश्यक है जिसने इस ज्ञान को प्राप्त कर लिया है उसका जीवन धन्य हो जाता है।
द्वितीय दिवस में तीन सत्र आयोजित किये गये जिनमें चतुर्थ सत्र ‘इन्टीग्रैटींग ट्रेडिशन एण्ड टैक्नोलोजी वैदिक पर्सपैक्टिव इनोवेशन’ विषय पर आयोजित किया गया जिसके सत्राध्यक्ष स्कास्ट के कुलपति प्रो. बी.एन त्रिपाठी उपसत्राध्यक्ष जम्मू विश्वविद्यालय के संगणक विभाग के अध्यक्ष प्रो. पवनेश अबरोल मुख्य वक्ता, पंजाब प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड के निदेशक प्रो. आदर्श पाल एवं जम्मू विश्वविद्यालय के प्रो. प्रवीण लेहना रहे। प्रतिवेदन डॉ. नेहा चौधरी एवं डॉ. आर.के राय रहे। सत्र का संचालन डॉ. गोपाल वर्मा ने किया। इस सत्र में वेद के विद्वानों, शोधार्थियों ने अपने शोधपत्र वेद विज्ञान वैदिक गणित, स्किल शिक्षा, संस्कृत के प्रभाव को बताया। इस सत्र में मोहम्मद आरिफ, स्नेहा चौधरी, ओडिन डोलमा, आरिफा चौधरी, आशु शर्मा आदि ने पत्र प्रस्ततु किये। इस सत्र में जम्मू एवं कश्मीर के विभिन्न विश्वविद्यालय के छात्र एवं शोधार्थी व शिक्षक उपस्थित रहे।