आदिवासी समाज के महापुरुषों के पराक्रम से आजादी मिली : नीलकंठ टेकाम

Db9aace5c62d5f13c1d3f681fe2817ae

धमतरी, 6 नवंबर (हि.स.)।भोपाल राव शासकीय पालीटेक्निक धमतरी में छह नवंबर को जनजाति गौरव स्मृति महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम शामिल हुए। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में डा गिरजा शंकर गौतम सहायक प्राध्यापक हिंदी पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के प्राचार्य जी आर साहू ने की। विशेष अतिथि के रूप में पूर्व प्राचार्य लोकेंद्र सिंह ठाकुर, सरपंच रुद्री अनिता यादव, शिवचरण नेताम, मयाराम नागवंशी और सुदर्शन ठाकुर उपस्थित थे।

सर्वप्रथम विधायक नीलकंठ टेकाम ने पालीटेक्निक के छात्रों द्वारा बनाए पोस्टर और मनमोहक रंगोलियों का अवलोकन किया और छात्रों का उत्साहवर्धन किया। इसके बाद मंचासीन अतिथियों का आदिवासी संस्कृति के अनुरूप पीला साफा पहना कर स्वागत अभिनंदन किया गया। स्वागत भाषण देते हुए प्राचार्य जी आर साहू ने जनजाति समाज के गौरवशाली अतीत के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक नीलकंठ टेकाम ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन पूरे भारत वर्ष में किया जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़ी सोच लेकर यह आयोजन कर रहे है।भारत देश में जनजातियों का जो योगदान रहा है चाहे मुगल काल की बात करें, अंग्रेजों के कार्यकाल की बात करें, जनजातीय वर्ग के जो योद्धा थे, राजा – महाराजा और कर्मवीर थे ।उन लोगों ने अपना बलिदान दिया। इस देश को आजाद करने आदिवासी समाज के महापुरुषों के पराक्रम के कारण आजादी मिली। लेकिन कुछ कारणवश पूर्ववर्ती सरकारों की नजरअंदाज करने की वजह से जनजातीय समाज को उतना महत्व नहीं मिल पाया जितना वो हक रखते थे। इसी को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा जनजातीय गौरव का अभियान चालू किया गया है।

प्रांताध्यक्ष आरएन ध्रुव ने कहा कि भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार की मंशानुरूप आदिवासी समाज की संस्कृति, रीति रिवाज और परंपरा को कैसे आगे बढ़ाया जाए। आदिवासी समाज के महापुरुष हुए जिन्होंने देश की आजादी में अपना योगदान दिया उनका कैसे स्मरण करें , इसलिए पूरे देश में जनजातीय गौरव स्मृति महोत्सव मनाया जा रहा है।इस अवसर पर रासेयो कार्यक्रम अधिकारी जयप्रकाश डड़सेना, अमित मिश्रा विभागाध्यक्ष सिविल, डा भुवन लाल देवांगन, हर्षल मोहिते, विनोद संगोड़े, पूनम चंद कोसरे सहित पालीटेक्निक और शासकीय आईटीआई भटगांव के स्टाफ गण और छात्र – छात्राएं उपस्थित थे।