तेजी से बदलती इस जीवनशैली में लोगों को हर दिन तनाव जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। तनाव अपने साथ कई अन्य समस्याएं भी लेकर आता है। वैसे तो तनाव को अपनी जिंदगी से दूर करने के कई तरीके हैं, लेकिन आज हम आपको ‘सौना बाथ’ के बारे में बताएंगे जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है।
शरीर की फिटनेस के लिए हम ‘सौना बाथ’ में भाप से भरे कमरे में कुछ मिनट बिता सकते हैं और अपने शरीर में सुधार देख सकते हैं। गुरुग्राम के सीके बिड़ला अस्पताल की त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. सीमा ओबेरॉय लाल ने बताया कि सॉना बाथ में शरीर को उच्च तापमान पर रखा जाता है। इससे शरीर का रक्त संचार बेहतर होता है। इस बाथ को लेने से व्यक्ति को खूब पसीना आता है, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का एक अच्छा तरीका है।
तनाव कम करने में मदद करता है
डॉ. सीमा ने बताया कि यह व्यक्ति को तनाव कम करने में भी मदद करता है। यह पूरे शरीर को स्वस्थ करने का भी काम करता है। इसके साथ ही इसकी गर्माहट शरीर से एंडोर्फिन हार्मोन के स्राव को बढ़ाती है। आपको बता दें कि एंडोर्फिन एक दर्द निवारक हार्मोन है जो शरीर से तब निकलता है जब आपके शरीर में दर्द या तनाव महसूस होता है।
त्वचा संबंधी समस्याएं
डॉ. सीमा ने आगे बताया कि सॉना बाथ त्वचा संबंधी समस्याओं पर अच्छा काम करता है। यह न केवल त्वचा संबंधी बीमारियों को ठीक करता है बल्कि त्वचा को निखारने का भी काम करता है। यह त्वचा से कई तरह के विषाक्त पदार्थों को निकालने का भी काम करता है। यह मुंहासे, कट, एक्जिमा और जलन जैसी समस्याओं के लिए बहुत फायदेमंद है।
सॉना स्नान किसे करना चाहिए?
डॉ. सीमा ने बताया कि शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द के अलावा यह जोड़ों के दर्द से भी निजात दिलाने का काम करता है। कई बार आपने सुना होगा कि जिम में वर्कआउट करने के बाद ‘सॉना बाथ’ लेने की सलाह दी जाती है, ताकि जिम में आपने जो वर्कआउट किया है उसका फायदा शरीर को मिल सके। यह आपकी मांसपेशियों की तेजी से रिकवरी में मदद करता है। इससे पूरे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर तरीके से होता है। यह खून को जमने से भी रोकता है। सॉना बाथ किसे लेना चाहिए, इस पर उन्होंने कहा कि आपको अपनी त्वचा के बारे में अच्छे से जानना बहुत जरूरी है। अगर त्वचा ज्यादा संवेदनशील है तो इसे लेने से बचें। ऐसे में ठीक होने की बजाय शरीर में कई तरह की बीमारियां पनप सकती हैं।