जोधपुर, 05 नवम्बर (हि.स.)। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की लाभ पंचमी और सौभाग्य पंचमी बुधवार को मनाई जाएगी। दीपावली समारोह के दौरान मंगल किए गए व्यापारिक प्रतिष्ठान, दुकानें, मार्केट आदि व्यवसाय फिर से लाभ पंचमी के दिन खुलेंगे और नया व्यापार शुरू होगा।
ज्योतिषियों के अनुसार दीपावली के त्योहार की शुरुआत धनतेरस से होती है और अंतिम दिन लाभ पंचमी के रूप में मनाया जाता है। जैन समाज इस दिन को ज्ञान पंचमी के रूप में मनाएगा। सूर्यनगरी के जैन धर्म स्थलों पर साधु-साध्वियों के सानिध्य में ज्ञान की पूजा की जाएगी। जैन तीर्थ स्थलों के पुस्तकालयों में जैन शास्त्रों, ग्रन्थों, आगम, उड्डाराध्ययन सूत्र आदि धार्मिक ग्रन्थों का पूजन किया जाएगा। इस अवसर पर धार्मिक शास्त्रों की विशेष सजावट की जाएगी। ज्ञान की अभिवृद्धि के उद्देश्य से जैन ग्रन्थों की वाक्षशेप समर्पित करते हुए पूजा की जाएगी। केसरिया कुंथुनाथ जैन मंदिर, भैरू बाग पाश्र्वनाथजैन श्वेतांबर तीर्थ, मुहताजी मंदिर, दिग्विजय नगर, रत्नप्रभ धर्म क्रिया भवन, त्रिस्तुतिक संघ खेरादियों का बास सहित कई जैन तीर्थ स्थलों पर ज्ञान की आराधना हर्षोल्लास के साथ की जाएगी।
जीरा मंडी में शुरू होगा नया व्यापार
लाभ पंचमी के दिन बुधवार को जोधपुर जीरा मंडी खुलेगी। जीरा मंडी व्यापार संघ अध्यक्ष पुरुषोत्तम मूंदड़ा ने बताया कि दीपावली पूजन के बाद जीरा मंडी में अवकाश रहा। अब हर बार की पंपरानुसार लाभ पंचमी को ही जीरा मंडी खुलेगी और मंडी में खुली बोली नीलामी से व्यापार कार्य शुरू होगा। मंडी में करीब 100 दुकानें लाभ पंचमी को शुभ मुहुर्त में पूजन के बाद खोली जाएगी।