ओवैसी ने वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम सदस्य होने पर उठाए सवाल, मनोज तिवारी ने याद दिलाई सीमा

C93d7c12be577245af14f42dfeef7362

नई दिल्ली, 2 नवंबर (हि.स.)। एआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम सदस्य होने पर सवाल उठाया है। उन्होंने शनिवार को हैदराबाद में कहा कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी बोर्ड ) के 24 सदस्यों में से एक भी सदस्य गैर-हिंदू नहीं है। ओवैसी के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने हमला बोलते हुए उन्हें संयुक्त संसदीय समिति से हटाने की बात कही है।

शनिवार को ओवैसी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि वक्फ बोर्ड के लिए संयुक्त समिति बनाई गई है, इसलिए संयुक्त संसदीय समिति पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। लेकिन ओवैसी को बाहर बोलने की जरूरत क्यों महसूस होती है? वह इस समिति के सदस्य हैं वक्फ बोर्ड के लिए और वहां अपनी चिंताओं को व्यक्त करना चाहिए, वह अपनी सीमा लांघ रहे हैं। ओवैसी को संयुक्त संसदीय समिति से हटा दिया जाना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ बोर्ड में गैर -मुस्लिम सदस्य होने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि टीटीडी के नए चेयरमैन कहते हैं कि वहां काम करने वाले लोग हिंदू होने चाहिए, हम इसके खिलाफ नहीं हैं। सिर्फ इस बात पर आपत्ति है कि नरेन्द्र मोदी की सरकार वक्फ के प्रस्तावित बिल में कह रही है कि केंद्रीय वक्फ परिषद में 2 गैर-मुस्लिम सदस्यों का होना अनिवार्य होगा। उन्होंने सवाल किए कि सरकार वक्फ बिल में यह प्रावधान क्यों ला रही हैं? टीटीडी हिंदू धर्म का बोर्ड है और वक्फ बोर्ड मुस्लिम धर्म का है। समानता होनी चाहिए, जब टीटीडी के ट्रस्टी मुस्लिम नहीं हो सकते तो वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम सदस्य कैसे हो सकता है?