ठंड के दिनों में विटामिन डी की कमी बहुत आम है। लेकिन अगर आप मधुमेह के रोगी हैं तो इसे हल्के में न लें। एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि मधुमेह रोगियों के लिए विटामिन डी की कमी एक गंभीर समस्या हो सकती है।
दरअसल, यह विटामिन डी इंसुलिन के स्तर को विनियमित करने और ग्लूकोज चयापचय को संतुलित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में इस विटामिन की कमी से डायबिटीज के लक्षण बढ़ जाते हैं। इसके अलावा हृदय रोग, हड्डियों की कमजोरी और अवसाद का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है।
प्रतिदिन धूप में बैठें
प्रतिदिन 15-30 मिनट धूप में रहने से विटामिन डी के स्तर को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। सुबह की धूप शरीर के लिए सबसे अच्छी होती है।
इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें
अपने आहार में मछली, अंडे, डेयरी उत्पाद जैसे खाद्य पदार्थ शामिल करें। ये खाद्य पदार्थ विटामिन डी से भरपूर होते हैं और शरीर में इसकी कमी को पूरा करने में मदद करते हैं।
रोजाना व्यायाम भी जरूरी है
नियमित व्यायाम न केवल वजन नियंत्रण में मदद करता है, बल्कि यह इंसुलिन संवेदनशीलता भी बढ़ाता है। इससे मधुमेह के लक्षण नियंत्रण में रहते हैं।
इस बात का भी ध्यान रखें
अपने विटामिन डी के स्तर की नियमित जांच करवाएं। यदि प्राकृतिक उपचार मदद नहीं करते हैं, तो आप विटामिन डी की खुराक भी ले सकते हैं। लेकिन पहले डॉक्टर की सलाह ले लें.