देहरादून/पौड़ी, 31 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को लैंसडाउन छावनी में जवानों के साथ दीपावली मनाई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर जवानों की बदौलत हमारी मातृभूमि सुरक्षित है। सरहदों पर सेना के सुरक्षा कवच के कारण ही दीपावली के दीपक रोशन होते हैं। ऐसे में उनके बीच आकर दीपावली का त्योहार मनाना सौभाग्य की बात है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सैनिकों को दीपावली की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने वार मेमोरियल पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने जवानों, वीर नारियों और बच्चों से भेंट भी की।
मुख्यमंत्री ने सेना के अधिकारियों, जवानों और उनके परिजनों को संबोधित करते हुए कहा कि दीपावली के शुभ अवसर पर आप सबके बीच में आकर मैं बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। कहा जाता है कि पर्व वही होता है, जहां परिवार होता है। सब मिलकर उत्सव मनाते हैं। पर्व के दिन अपने परिवार से दूर रहना अपने आप में कर्तव्यनिष्ठा की पराकाष्ठा है। पूरे देश के लोग दीपावली मना रहे हैं वह निश्चित तौर पर सुरक्षित हैं, तो हमारे जवानों की बदौलत हैं, जो 24 घंटे देश की सीमा पर घर से दूर रहकर देश की सुरक्षा में तैनात रहते हैं। इस महत्वपूर्ण पर्व पर अपने परिवार से दूर रहने के बावजूद आपके उत्साह में कोई कमी नहीं है। मुझे जवानों की बीच रहकर अपार खुशी हो रही है। आप सभी का उत्साह देखकर मेरे अंदर भी नई ऊर्जा का संचार हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के बलिदानी सैनिकों के परिजनों को मिलने वाली 10 लाख रुपये की धनराशि को बढ़ाकर 50 लाख रुपये करने का प्रावधान किया गया है। इस बार की दीपावली बहुत विशेष है, क्योंकि 500 वर्षों बाद भगवान राम अपने घर में आए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले के समय में हम बड़ी संख्या में विदेश से हथियार खरीदते थे, लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भर बन रहा है और आज 200 से भी अधिक सैन्य उपकरण हमारे ही देश में बनकर तैयार हो रहे हैं। जिसका इस्तेमाल भारत की सेना की ओर से किया जाता है।
ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी ने कहा कि राज्य की कई कल्याणकारी योजनाएं सैनिकों के हित को ध्यान में रखते हुए बनी हैं। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने राज्य सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि सरकार की ओर से देश के लिए बलिदान देने वाले सैनिकों के आश्रितों को दी जाने वाली धनराशि 10 लाख से बढ़कर 50 लाख रुपये कर दी गई है।
इस अवसर पर लैंसडाउन विधायक महंत दिलीप रावत, उत्तराखंड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी, जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान, एसएसपी लोकेश्वर सिंह, सेना के अधिकारी और जवान उपस्थिति थे।