लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे: लखनऊ-कानपुर के बीच सड़क मार्ग से सफर करने वालों के लिए राहत भरी खबर है। दो साल से एलिवेटेड रोड और ग्रीन फील्ड रूट का 75 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। लखनऊ-कानपुर मार्ग पर बन रहा एक्सप्रेसवे तय समय सीमा से चार महीने पहले बनकर तैयार हो जाएगा। इस संबंध में पिछले दिनों भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अफसरों की बैठक में निर्माण एजेंसी को जुलाई 2025 की समय सीमा के बजाय मार्च 2025 तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। मुख्य मार्ग पर वाहनों का आवागमन कम करने के लिए लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे को लखनऊ रिंग रोड से जोड़ा जाएगा। यह एक्सप्रेसवे लखनऊ के शहीद पथ से शुरू होकर बंथरा, बनी, दतौली कांथा, तौरा, न्यौराना, अमरसास और रावल मार्ग होते हुए नवाबगंज को कानपुर से जोड़ेगा।
18 किमी एलिवेटेड, 45 किमी ग्रीन फील्ड मार्ग
कुल 63 किलोमीटर लंबे लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे में 18 किलोमीटर एलिवेटेड रूट बनाया जा रहा है। बाकी 45 किलोमीटर ग्रीन फील्ड पर नया रूट तैयार किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत तीन बड़े पुल, 28 छोटे पुल, 38 अंडरपास और छह फ्लाईओवर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।
निर्माण कार्य पर 4700 करोड़ रुपए खर्च होंगे
यह पूरा प्रोजेक्ट भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा है। इस पर कुल अनुमानित लागत 4700 करोड़ रुपए आएगी। एलिवेटेड रोड के लिए खास तकनीक का इस्तेमाल कर गर्डर बनाए जा रहे हैं। यह सड़क करीब साढ़े तीन किलोमीटर तक नेशनल हाईवे 25 की तर्ज पर बनाई जा रही है।
120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेंगे वाहन
बनी से उन्नाव तक 45 किलोमीटर लंबी 6 लेन की सड़क बनाई जाएगी। एक्सप्रेसवे पर वाहन अधिकतम 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेंगे। एक्सप्रेसवे बनाने की योजना के शुरू होने से इस क्षेत्र में औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।
लखनऊ के इन 14 गांवों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे
लखनऊ के 14 गांव लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे से जुड़ेंगे। एक्सप्रेसवे इन गांवों की सड़कों से होकर गुजरेगा। इनमें अमौसी, बनी, बंथरा, सिकंदरपुर, बेहसा, फर्रुखाबाद, चिल्लावन, गेहरू, गौरी, खांडेदेव, मीरानपुर पिनवट, नटकुर और सराय शहजारी गांव शामिल हैं।
परियोजना निदेशक ने कहा
परियोजना निदेशक सौरभ कन्नौजिया ने बताया कि लखनऊ-कानपुर के बीच बन रहे एलिवेटेड और ग्रीन फील्ड रूट पर निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश निर्माण एजेंसी को दिए गए हैं। उम्मीद है कि तय समय से चार महीने पहले यानी अगले साल मार्च में निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। इसी उद्देश्य से निर्माण कार्य में तेजी लाई गई है।