एफएनजी एक्सप्रेसवे: एफएनजी एक्सप्रेसवे के लिए सर्वे का काम पूरा, 3 रूट चिन्हित; एक रूट पर होगा काम

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एनसीआर के शहर फरीदाबाद से नोएडा और गाजियाबाद जाने वालों के लिए राहत की खबर है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे (एफएनजी एक्सप्रेसवे) परियोजना का सर्वे कार्य पूरा कर लिया है। इस एक्सप्रेसवे की नई विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) में तीन अलाइनमेंट (मार्ग) तैयार किए गए हैं। पीडब्ल्यूडी मुख्यालय से मंजूरी मिलने के बाद एक पर काम शुरू कर दिया जाएगा।

दिवाली के बाद पीडब्ल्यूडी की ओर से डीपीआर मुख्यालय भेजी जाएगी। प्रोजेक्ट के पूरा होने से गाजियाबाद-नोएडा और फरीदाबाद के बीच दिल्ली होकर आवागमन करने वाले एक लाख लोगों को जाम की समस्या से राहत मिलेगी। शहर से करीब एक लाख लोग नौकरी व अन्य कार्यों से रोजाना नोएडा-गाजियाबाद आते-जाते हैं। नोएडा-फरीदाबाद के बीच यमुना नदी पड़ती है। लोगों को सड़क मार्ग से दिल्ली कालिंदी कुंज होते हुए नोएडा जाना पड़ता है। आगरा नहर के साथ बनी इस सड़क पर अक्सर जाम लगने से वाहन चालकों को परेशानी होती है। वहीं अगर कोई दिल्ली से नोएडा जाता है तो उसे घंटों जाम में फंसना पड़ता है। मेट्रो से जाने में कम से कम एक घंटा लग जाता है। जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। करीब छह माह पहले एक्सप्रेसवे की डीपीआर तैयार करने के लिए लोक निर्माण विभाग की ओर से नोएडा की एमएसवी कंपनी को कंसलटेंट एजेंसी नियुक्त किया गया था। एजेंसी ने डीपीआर तैयार कर लोक निर्माण विभाग को सौंप दी है, जिसमें तीन एलाइनमेंट चिह्नित किए गए हैं।

एनसीआर प्लानिंग बोर्ड में शामिल है प्रोजेक्ट : एफएनजी को 1998 में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की क्षेत्रीय योजना और फरीदाबाद नगर निगम के सुझाव पर 2011 के मास्टर प्लान में शामिल किया गया था। सर्वे के बाद इस योजना को रद्द कर दिया गया। वर्ष 2015 में इसे दोबारा शुरू करने की योजना तैयार की गई। लेकिन अब तक काम शुरू नहीं हो सका।

पहले भी हो चुका है सर्वे

एफएनजी परियोजना को राज्य सरकार ने अपनी प्रमुख परियोजनाओं में शामिल किया है। दो साल पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने परियोजना में हो रही अनावश्यक देरी को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। जिसमें उन्होंने अधिकारियों को सभी विवादों को सुलझाकर काम शुरू करने के आदेश दिए थे। इसके बाद फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर संभावित मार्ग का निरीक्षण किया। यमुना पर बनने वाले पुल के लिए जगह चिह्नित की गई।

ये हैं प्रस्तावित मार्ग

पीडब्ल्यूडी ने फरीदाबाद में नौ किलोमीटर लंबी सड़क बनाने के लिए सर्वे पूरा कर लिया है। इसके लिए नया रूट तैयार कर लिया गया है। रूट में जो खामियां थीं, उन्हें शामिल कर लिया गया है। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के मुताबिक एफएनजी एक्सप्रेसवे ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-88 स्थित निजी अस्पताल के पास से शुरू होगा। इसके बाद खेड़ी कलां गांव से होते हुए लालपुर में यमुना किनारे पहुंचेगा। जहां एक पुल के जरिए इसे नोएडा के मंगरौली गांव से जोड़ा जाएगा। फरीदाबाद और नोएडा के बीच यमुना नदी पर 600 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। इस पुल पर हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार 50-50 फीसदी बजट खर्च करेंगी। यह छह लेन का पुल होगा। इस पर करीब 150 से 200 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। साथ ही पुल को जोड़ने के लिए दोनों तरफ के अधिकारी अपने खर्च पर एप्रोच रोड का निर्माण करेंगे।

लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता प्रदीप संधू ने बताया, “एफएनजी का सर्वे पूरा हो चुका है। कंसलटेंट एजेंसी की ओर से तैयार डीपीआर में तीन रूट चिह्नित किए गए हैं। इसकी फाइल जल्द ही मंजूरी के लिए शासन को भेजी जाएगी। मंजूरी मिलने के बाद इनमें से एक रूट पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।”