अक्टूबर का आखिरी हफ्ता है, दिवाली का त्योहार और फिर नवंबर का महीना शुरू हो जाएगा, लेकिन दिल्ली-एनसीआर में अभी ठंड नहीं है. उत्तर भारत के कई राज्यों में सुबह और रातें ठंडी हैं, लेकिन राजधानी और आसपास के नोएडा में ऐसा नहीं है, क्योंकि चक्रवाती तूफान दाना ने ठंडी हवाओं को पहाड़ों से मोड़ दिया है।
देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा
जिसके कारण अक्टूबर के आखिरी सप्ताह तक भी राजधानी का तापमान 35 के आसपास बना रहता है और न्यूनतम तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं होती है. भारतीय मौसम विभाग ने भी 31 अक्टूबर तक मौसम साफ रहने का अनुमान जताया है. हालांकि आज उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश की संभावना है, लेकिन देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा। आइए जानते हैं राजधानी में कब से शुरू होगी ठंड और कैसा है देश में मौसम का हाल?
15 नवंबर के बाद कड़ाके की ठंड पड़ेगी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार नवंबर के पहले हफ्ते में सुबह और शाम थोड़ी ठंडी रहेगी, लेकिन 15 नवंबर के बाद राजधानी का मौसम बदल जाएगा. इस समय के बाद कड़ाके की ठंड और घना कोहरा पड़ने की संभावना है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन और अमेरिकी एजेंसी एनओएए ने भविष्यवाणी की है कि इस साल सामान्य से अधिक ठंड रहेगी, क्योंकि दिसंबर और फरवरी के बीच ला नीना की सक्रियता के कारण मौसम की स्थिति बदल जाती है।
ला नीना के सक्रिय होने से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो जाएगा
नवंबर के आखिरी सप्ताह में ला नीना के सक्रिय होने की 60 फीसदी संभावना है. ला नीना के सक्रिय होने से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और बारिश की संभावना बनेगी। जिससे समुद्र के तापमान में कमी आएगी. जलवायु परिवर्तन होगा और इसका असर हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर पर पड़ेगा. इन दोनों राज्यों में बारिश और बर्फबारी के कारण देशभर में ठंड बढ़ जाएगी. तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है।