सांस लेने में दिक्कत, घरघराहट, सीने में दर्द, जंग लगे रंग का कफ, कमजोरी। ढीली खांसी के साथ बलगम आना न केवल मौसम में बदलाव का संकेत है, बल्कि फेफड़ों में जमा गंदगी का भी संकेत है। वैसे तो फेफड़े खुद को साफ करने में सक्षम हैं, लेकिन अगर आप अत्यधिक प्रदूषित हवा में सांस ले रहे हैं तो आपको इसे डिटॉक्स करने के उपाय करने की जरूरत हो सकती है।
ऐसे में कुछ ऐसे जूस हैं जो नेचुरल तरीके से फेफड़ों की सफाई करने में आपकी मदद कर सकते हैं। यहां हम आपको ऐसे ही 5 डिटॉक्स जूस के बारे में बता रहे हैं।
अदरक + नींबू का रस
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह फेफड़ों की सूजन को कम करने में मदद करता है। वहीं, नींबू विटामिन सी का अच्छा स्रोत है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। ऐसे में फेफड़ों को साफ करने के लिए एक गिलास पानी में अदरक और नींबू का रस मिलाकर हर सुबह इसका सेवन करें।
गाजर का रस
गाजर का जूस फेफड़ों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें बीटा-कैरोटीन भरपूर मात्रा में होता है, जो फेफड़ों को डिटॉक्स करने में मदद करता है। ऐसे में नियमित रूप से गाजर का जूस पीने से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और सांस संबंधी समस्याएं कम होती हैं।
चुकंदर का रस
चुकंदर का जूस शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाता है और फेफड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है। इसमें मौजूद नाइट्रेट फेफड़ों की रक्त धमनियों को खोलने में मदद करते हैं। साथ ही चुकंदर का जूस पीने से फेफड़े साफ होते हैं।
पुदीने का रस
पुदीने का जूस ताजगी प्रदान करता है और फेफड़ों की सफाई में मदद करता है। पुदीने में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो श्वसन मार्ग की सफाई में कारगर होते हैं। ऐसे में एक गिलास पानी में पुदीने की पत्तियों का जूस मिलाकर पीने से सांस संबंधी समस्याओं में आराम मिलता है।
अनानास का रस
अनानास में ब्रोमेलैन नामक एंजाइम होता है, जो फेफड़ों में जमा बलगम को निकालने में मदद करता है। अनानास का जूस पीने से श्वसन तंत्र साफ होता है और फेफड़ों को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।