मुंबई: पुणे में महावितरण (तत्कालीन एमएसईबी) के एक कार्यकारी इंजीनियर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दो लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। भाऊसाहेब मच्छिन्द्र सावंत (51) का नाम पूर्व है। मंझारी इलाके में बनी नई इमारतों के कनेक्शन की फाइलों पर हस्ताक्षर करने के लिए इंजीनियर ने पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी. इस रकम में से दो लाख रुपये की किश्त लेते समय वह जाल में फंस गया।
इस मामले में शिकायत करने वाले एक बिजली ठेकेदार ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई है. जिसमें आरोप लगाया गया था कि सावंत ने अपने एक परिचित की पांच नवनिर्मित इमारतों में बिजली आपूर्ति शुरू करने के लिए पांच फाइलों पर हस्ताक्षर करने के लिए पांच लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी. यह शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने 7, 8, 21 और 22 अक्टूबर की शिकायत का विस्तार से सत्यापन किया. इस जांच और सत्यापन में यह साफ हो गया कि सावंत ने पांच लाख की रिश्वत मांगी थी. इसके बाद एसीबी ने दो लाख की रिश्वत के लिए जाल बिछाया। आख़िरकार सावंत को महावितरण के बंडगार्डन कार्यालय में शिकायतकर्ता से दो लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। इस संबंध में वनवाडी पुलिस स्टेशन में संबंधित धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया और सावंत को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की गई.