बिजली विभाग का अभियान: दिवाली के बाद बिजली विभाग लखनऊ में बड़ा अभियान चलाएगा। स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू होगा। बिल न चुकाने वाले उपभोक्ताओं के स्मार्ट मीटर पोस्टपेड कनेक्शन को प्रीपेड में बदला जाएगा। लखनऊ के बाद यह व्यवस्था पूरे उत्तर प्रदेश में लागू होगी।
पहले चरण में कानपुर रोड, आलमबाग, राजाजीपुरम, चौक, ठाकुरगंज, रेजीडेंसी, गोमतीनगर, चिनहट, महानगर डिवीजन में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। केंद्र सरकार की आरडीएसएस (रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम) योजना के तहत सभी उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। इन स्मार्ट मीटरों को लगाने के लिए तीन चरणों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। जो उपभोक्ता बिजली बिल नहीं देते हैं, विभाग उन पोस्टपेड उपभोक्ताओं के कनेक्शन को प्रीपेड में बदलेगा। कानपुर रोड डिवीजन के एक्सईएन नीरज गर्ग ने बताया कि स्मार्ट मीटर को पोस्टपेड से प्रीपेड में बदला जा सकता है।
आईडी से होगा रिचार्ज
घरों में स्मार्ट मीटर लगने के बाद संबंधित उपभोक्ताओं की सारी जानकारी फीड हो जाएगी। वे जब चाहेंगे, इसे खुद देख सकेंगे। मीटर पूरी तरह सील रहेगा। छेड़छाड़ संभव नहीं होगी। स्मार्ट मीटर को रिचार्ज भी किया जा सकेगा। हर उपभोक्ता की ऑनलाइन आईडी होगी, जिसके जरिए मीटर रिचार्ज किया जा सकेगा। बैलेंस खत्म होने से पहले रिचार्ज नहीं कराने पर तुरंत बिजली काट दी जाएगी। प्रीपेड बिजली कनेक्शन की और भी कई खूबियां हैं, जिनका लाभ उपभोक्ताओं को मिलेगा। स्मार्ट मीटर में जुड़े नए फीचर्स से जहां निगम को बकाया बिजली बिल से राहत मिलेगी, वहीं उपभोक्ताओं को बिल का झंझट नहीं उठाना पड़ेगा। उन पर कोई बकाया भी नहीं रहेगा। इसके लिए बिजली मीटर बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
अधिकारी ने क्या कहा?
मध्यांचल विद्युत निगम के एमडी भवानी सिंह ने बताया कि स्मार्ट मीटर में पोस्टपेड से प्रीपेड कनेक्शन की सुविधा है। बिजली बिल का भुगतान न होने पर पोस्टपेड कनेक्शन को प्रीपेड में बदला जा सकेगा। इसके लिए मीटर बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।