रिजर्व बैंक (RBI) ने डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन UPI Lite की लिमिट बढ़ा दी है। अब इसका इस्तेमाल करना और भी सुविधाजनक हो गया है। आइए जानते हैं कि UPI Lite क्या है, इसकी लिमिट कितनी बढ़ी है और लिमिट बढ़ने से किसे फायदा होगा।
यूपीआई लाइट क्या है?
UPI लाइट UPI ऐप में एक ऑनलाइन वॉलेट है। इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बिना पिन डाले भुगतान करने की सुविधा के साथ पेश किया है। UPI लाइट भुगतान प्रणाली वास्तव में बैंकिंग बुनियादी ढांचे का उपयोग किए बिना काम करती है। ज़्यादातर लोग इसका इस्तेमाल छोटी मात्रा में खरीदारी करने के लिए करते हैं। जैसे दूध, फल या सब्ज़ियाँ।
UPI लाइट कैसे काम करता है
UPI लाइट यूजर को सीधे अपने डिवाइस पर पैसे स्टोर करने की सुविधा देता है, जैसे कि वे अपनी जेब में पैसे रखते हैं। इससे भुगतान बहुत आसान हो जाता है। साथ ही, हर लेनदेन के लिए बैंक सर्वर तक पहुंचने की आवश्यकता नहीं होती है। यह फीचर फोन यूजर्स को डिजिटल भुगतान की सुविधा भी प्रदान करता है। साथ ही, UPI लाइट वॉलेट का उपयोग करने वालों के लिए छोटी राशि का लेनदेन आसान हो जाता है।
यूपीआई लाइट वॉलेट में 5 हजार बैलेंस
यूपीआई लाइट वॉलेट में अब यूजर 5,000 रुपये तक का बैलेंस रख सकते हैं। पहले यह लिमिट 2,000 रुपये ही थी। पहले प्रति ट्रांजैक्शन लिमिट भी बहुत कम यानी 100 रुपये ही थी। लेकिन अब इसे भी बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है। बैलेंस खत्म होने पर आप लिंक किए गए बैंक अकाउंट से वॉलेट को फिर से भर सकते हैं। इससे आपके वॉलेट के गलत इस्तेमाल की संभावना भी खत्म हो जाएगी।
UPI123Pay पर भुगतान सीमा बढ़ाई गई।
RBI ने UPI123Pay पर भुगतान की सीमा बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी है, जो पहले केवल 5,000 रुपये थी। इससे खास तौर पर उन लोगों को फायदा होगा जो स्मार्टफोन की जगह फीचर फोन का इस्तेमाल करते हैं। ये लोग इंटरनेट कनेक्टिविटी न होने पर भी डिजिटल भुगतान कर सकते हैं। उन्हें भुगतान के लिए 4-6 अंकों का ट्रांजेक्शन पिन डालना पड़ता है।
UPI123Pay से भुगतान कैसे करें
UPI 123Pay को भारत के उन 40 करोड़ उपयोगकर्ताओं को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है जो फ़ीचर फ़ोन का इस्तेमाल करते हैं। इसके ज़रिए वे बिना स्मार्टफ़ोन या इंटरनेट कनेक्शन के डिजिटल भुगतान कर सकते हैं। उपयोगकर्ता *99# डायल करके, अपना बैंक चुनकर, डेबिट कार्ड विवरण दर्ज करके और UPI पिन बनाकर UPI 123Pay सेट कर सकते हैं। इससे इंटरनेट एक्सेस के बिना भी सुरक्षित लेनदेन संभव है।