फर्जी जज और फर्जी कोर्ट: सोशल मीडिया पर एक खबर चर्चा में है. जिसमें फर्जी जज अपना फर्जी कोर्ट चला रहा था और इतना ही नहीं मुकदमों के फैसले भी सुना रहा था. जिसके आधार पर फैसला देकर सरकारी जमीन हड़प ली गई। आपको बता दें कि यह मामला अहमदाबाद का है, जहां एक वकील ने फर्जी जज बनकर विवादित जमीन पर फैसला सुनाया। आरोपी वकील मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन ने खुद को जज घोषित करके अदालती कार्यवाही में धांधली की और सरकारी जमीनों पर फर्जी आदेश जारी किए।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है. दरअसल, गुजरात में एक फर्जी कोर्ट पिछले साल से कई घोटालों में पकड़ा गया था. इसके बाद रजिस्ट्रार हार्दिक देसाई ने आरोपी मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन के खिलाफ अहमदाबाद के करंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई.
पुलिस ने जब मामले की गहनता से जांच की तो पता चला कि मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन ने 2019 में विवादित जमीन को लेकर फर्जी मध्यस्थता का आदेश दिया था. इस घटना के सामने आने के बाद हर कोई हैरान रह गया.
आरोपी मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन ने राखी वासना इलाके में एक फर्जी अदालत स्थापित की थी, जहां उसने वकील, क्लर्क और अन्य अदालत कर्मचारियों की भूमिका भी निभाई थी. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 170, 419, 420, 465, 467 और 471 के तहत मामला दर्ज किया है.
इसके अलावा उनके खिलाफ मणिनगर पुलिस स्टेशन में पहले से ही एक और मामला दर्ज है, जिसमें धारा 406, 420, 467, 468 और 471 शामिल हैं। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है.