जगदलपुर, 21 अक्टूबर (हि.स.)। शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य ने बस्तर जिले के दो धान संग्रहण केंद्र बिरिंगपाल और नियानार पहुंचकर मुआयना करने के बाद आज सओमवार काे मीडिया के माध्यम से उन्हाेंने भाजपा सरकार पर उक्त दाेनाें धान संग्रहण केंद्राें बिरिंगपाल और नियानार पर अरबों रुपये का धान सड़ने के लिए छोड़ देने का आराेप लगाया है। उन्हाेंने कहा कि धान संग्रहण केंद्रों से जिला प्रसाशन के उच्च अधिकारीयों के निर्देश पर बड़ी मात्रा में धान चोरी किया गया है, जिसका सत्यापन और उच्चस्तरीय जांच की मांग कांग्रेस करती है। इसके अलावे धान संग्रहण केंद्रों से मजदूरों से प्लास्टिक बोरा में भूसा भरकर धान सुरक्षित रखने हेतु स्टेग लगाने का कार्य किया जाता हैं, जिसमे बहुत बड़े पैमाने पर फर्जी बिल एवं मास्टरोल लगाकर शासकीय पैसे का बंदरबाट किया गया है, जिसमे जिला विपणन अधिकारी की भूमिका संदिग्ध है।
सुशील मौर्य ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारें फरवरी तक धान संग्रहण केंद्रों से मिलर्स तक पहुंचाने में अधिकतम समय फरवरी तक का लेते थे, आखिर भाजपा की यह सरकार और जिला प्रसाशन के अधिकारी वर्षा ऋतू से पूर्व और बाद में भी धान संग्रहण केंद्र से धान के परिवहन काे लेकर सरकार गंभीर नहीं हैं। भाजपा सरकार की धान उठाओ नीति और नियति स्पष्ट नहीं हैं। इसके लिए जिम्मेदार मुख्य्मंत्री, विभागीय मंत्री और भाजपा नेता भी इस मामले पर चुप्पी साधे बैठे हैं। भाजपा की सरकार जनता के टेक्स के पैसों की बर्बादी कर रही है, वहीं दूसरी ओर भाजपा की सरकार के 9 महीने के कार्यकाल में तीन हजार करोड़ का कर्ज लें चुकी है, और आगे भी कर्ज लेने की तैयारी में हैं। उन्हाेंने कहा कि भाजपा की सरकार 15 नवंबर से फिर से धान खरीद प्रारम्भ करने जा रही हैं और पिछले साल की खरीद गई धान का परिवहन अब तक नहीं की गई हैं। उन्हाेने कहा कि भाजपा की यह सरकार बेपरवाह, लापरवाह और निकम्मी और फिज़ूल खर्ची की सरकार है।