नई दिल्ली। दिवाली के दौरान हवाई जहाज से घर जाना पिछले साल के मुकाबले सस्ता होगा। इसकी मुख्य वजह यह है कि कई घरेलू रूटों पर औसत हवाई किराया पिछले साल के मुकाबले 20-25 फीसदी कम हो गया है। दरअसल, बढ़ी हुई क्षमता और तेल की कीमतों में हाल ही में आई गिरावट को हवाई टिकट की कीमतों में गिरावट के कारणों में से एक माना जा रहा है।
ट्रैवल पोर्टल इक्सिगो के विश्लेषण से पता चला है कि घरेलू मार्गों पर औसत हवाई किराया 20-25 प्रतिशत तक कम हो गया है। ये कीमतें 30 दिनों की अग्रिम खरीद तिथि के आधार पर एकतरफा औसत किराया हैं। 2023 में यह समय अवधि 10-16 नवंबर के बीच थी, जबकि इस साल यह 28 अक्टूबर-3 नवंबर है। यह दिवाली के आसपास का समय है।
बेंगलुरू-कोलकाता उड़ान सस्ती हुई
इस साल औसत हवाई किराए में सबसे ज़्यादा 38 प्रतिशत की गिरावट बेंगलुरु-कोलकाता फ्लाइट के लिए दर्ज की गई, जो पिछले साल के 10,195 रुपये से घटकर 6,319 रुपये रह गई है। चेन्नई-कोलकाता रूट पर टिकट की कीमत 8,725 रुपये से 36 प्रतिशत घटकर 5,604 रुपये रह गई है। मुंबई-दिल्ली फ्लाइट का औसत हवाई किराया 8,788 रुपये से 34 प्रतिशत घटकर 5,762 रुपये रह गया है।
इसी तरह, दिल्ली-उदयपुर रूट पर टिकट की कीमतें 11,296 रुपये से 34 प्रतिशत घटकर 7,469 रुपये हो गई हैं। दिल्ली-कोलकाता, हैदराबाद-दिल्ली और दिल्ली-श्रीनगर रूट पर यह गिरावट 32 प्रतिशत है। पिछले साल दिवाली के आसपास सीमित क्षमता के कारण हवाई किराए में उछाल आया था, जिसका मुख्य कारण गो फर्स्ट एयरलाइंस का निलंबन था।
तेल की कीमतों में कमी का लाभ
किराए में कमी की एक और बड़ी वजह तेल की कीमतों में कमी है। इस साल तेल की कीमतों में 15 फीसदी की गिरावट आई है, जिससे यात्रियों को त्योहारी सीजन में ज़्यादा किफ़ायती विकल्प मिल रहे हैं। हालांकि, बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के कारण तेल की कीमतें इस समय थोड़ी ऊपर हैं। इसकी वजह से कुछ रूट्स पर हवाई किराए में 34 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है।
अहमदाबाद-दिल्ली मार्ग पर टिकट की कीमत 34 प्रतिशत बढ़कर 6,533 रुपये से 8,758 रुपये हो गई है, जबकि मुंबई-देहरादून मार्ग पर यह 33 प्रतिशत बढ़कर 11,710 रुपये से 15,527 रुपये हो गई है।