बारिश का अलर्ट: पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र 13 अक्टूबर की सुबह तक पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़कर मध्य अरब सागर के ऊपर डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है। इसके चलते कई राज्यों में मौसम बदलेगा और भारी बारिश होगी। दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, केरल, माहे, तमिलनाडु में अगले पांच से छह दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में 14-16 अक्टूबर के बीच भारी बारिश होने की संभावना है।
पिछले 24 घंटों के मौसम की बात करें तो केरल, माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पूर्वी मध्य प्रदेश, असम, मेघालय, पश्चिम मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, अरुणाचल प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भारी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों के दौरान गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम में मानसून की वापसी की संभावना है।
दक्षिण भारत में मौसम कैसा रहेगा?
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 14-16 अक्टूबर के बीच तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल में बहुत भारी बारिश होगी। इसके अलावा केरल, माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल में 12, 13 और 17 अक्टूबर को, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा में 14-17 अक्टूबर को, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 12-16 अक्टूबर को भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश, असम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 12 अक्टूबर को भारी बारिश होने की संभावना है।
पश्चिमी और मध्य भारत के राज्यों की बात करें तो कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में बारिश का अलर्ट है। इनमें से मध्य महाराष्ट्र में 12 अक्टूबर, गुजरात में 12, 13 अक्टूबर, पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ में 12 अक्टूबर को भारी बारिश की संभावना है। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत में इस सप्ताह तक बारिश की संभावना नहीं है।