हरियाणा में कांग्रेस ही नहीं बल्कि बीजेपी के अंदर भी गुटबाजी की खबरें आ रही हैं. यह गुटबाजी चुनाव नतीजों के बाद भी कायम है. बीजेपी को जरूरी स्पष्ट बहुमत मिल गया है लेकिन पार्टी के अंदर गुटबाजी और शक्ति प्रदर्शन अभी थमा नहीं है. अब राव इंद्रजीत सिंह ने भी अपनी भूमिका निभा दी है. खबर है कि शुक्रवार को बीजेपी के 9 विधायक इंद्रजीत के घर पहुंचे. वह सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी मजबूत करने में भी जुट गए हैं.
राव इंद्रजीत का शक्ति प्रदर्शन
हरियाणा में बीजेपी की ओर से सीएम पद की दौड़ में कई चेहरे हैं. चुनाव प्रचार के दौरान ही अनिल वीजे ने कहा था कि अंबाला की जनता उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहती है. नायब सिंह सैनी पहले ही दिल्ली में हाईकमान से मुलाकात कर चुके हैं. उधर, बीजेपी के 9 विधायक पहले ही राव इंद्रजीत सिंह के घर पहुंच चुके हैं. आव खाटे सिंह का प्रभाव हरियाणा चुनाव नतीजों में दिख रहा है और हाईकमान के लिए उन्हें नजरअंदाज करना आसान नहीं होगा।
अहीरवाल बेल्ट में उनके जादू ने
हरियाणा विधानसभा की 90 में से 48 सीटों पर बीजेपी को जीत दिला दी है और इसे बंपर बहुमत नहीं कहा जा सकता. दूसरी ओर, राव इंद्रजीत सिंह दक्षिण हरियाणा के कद्दावर नेता हैं और पार्टी ने उनकी अहीरवाल बेल्ट में 11 में से 10 सीटें जीती हैं। इन 10 में से केवल बहादुरगढ़ विधायक राव इंद्रजीत सिंह ही ग्रुप में नहीं हैं। सिंह की बेटी आरती सिंह भी इस बार चुनाव जीती हैं. ऐसे में आलाकमान के लिए उन्हें नजरअंदाज करना मुश्किल होगा. माना जा रहा है कि उन्हें 9 विधायकों का खुला समर्थन हासिल है. इसलिए वे ताकत दिखा रहे हैं.