अंगूठे का व्यक्तित्व: अंगूठा लंबा या छोटा हो सकता है। लंबा अंगूठा बुद्धि और विवेक का प्रतीक है, जबकि छोटा अंगूठा जल्दबाजी का संकेत देता है। अंगूठे की लंबाई मापने के लिए अंगूठे को हथेली पर दबाकर तर्जनी उंगली के जोड़ों से तुलना करनी चाहिए।
अंगूठे से व्यक्तित्व का पता चलता है: हाथ की उंगलियों में अंगूठा सबसे महत्वपूर्ण होता है, हाथ में अंगूठा उतना ही महत्वपूर्ण होता है जितना शरीर में रीढ़ की हड्डी का। अंगूठा किसी व्यक्ति के चरित्र को पढ़ने या जानने में मदद करता है। अंगूठा प्याज के छिलके की तरह भविष्य की परतों को छीलकर उजागर कर देता है।
अंगूठे से भविष्य की भविष्यवाणी करना
अंगूठे से भविष्य जानने के लिए अंगूठे के आकार, माप, मोटाई, लंबाई, अंगूठे के जोड़, अंगूठे के सिरे आदि पर ध्यान देना चाहिए। अंगूठा लंबा या छोटा हो सकता है। लंबा अंगूठा जहां बुद्धिमत्ता और विवेक का प्रतीक है, वहीं छोटा अंगूठा जल्दबाजी का संकेत देता है। अंगूठे की लंबाई मापने के लिए अंगूठे को हथेली पर दबाकर तर्जनी के जोड़ों से तुलना करनी चाहिए। अगर अंगूठा तर्जनी के आधार से नीचे है, तो अंगूठे को छोटा मानना चाहिए।
आपका अंगूठा कैसा है?
यदि अंगूठा तर्जनी उंगली की तीसरी संधि को छूता है तो उसे बराबर लंबाई का समझना चाहिए और यदि अंगूठा तर्जनी उंगली की दूसरी संधि को छूता है तो उसे लंबा समझना चाहिए। अंगूठा इच्छाशक्ति और तर्क शक्ति के बारे में जानकारी देता है।
अंगूठे का पहला भाग जिसे प्रथम जोड़ या पोर भी कहते हैं, इच्छाशक्ति का केंद्र माना जाता है और दूसरा भाग जिसे द्वितीय जोड़ या पोर कहते हैं, तर्क शक्ति का केंद्र माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति का प्रथम जोड़ लंबा है तो उसकी इच्छाशक्ति बहुत मजबूत होगी। वह किसी के अधीन काम नहीं कर सकता और आसानी से किसी की बात नहीं सुनता। वह जिद्दी होता है।
यदि अंगूठे की दूसरी संधि पहली संधि से बड़ी हो तो ऐसे अंगूठे वाला व्यक्ति हर जगह बहुत बहस या वाद-विवाद करता है। स्वभाव से वह हर जगह अनावश्यक रूप से हस्तक्षेप करने की कोशिश करता है और अपने तर्क से दूसरों को हराने की पूरी कोशिश करता है। ऐसे लोग बहस ज्यादा करते हैं और काम कम करते हैं।
यदि अंगूठे का पहला और दूसरा पोर लगभग बराबर हो तो व्यक्ति हर कदम सोच समझकर उठाता है। ऐसे लोग न तो किसी को धोखा देते हैं और न ही आसानी से धोखा खाते हैं। ऐसे लोग शांत स्वभाव के होते हैं और सभ्य, सुसंस्कृत और उच्च पदों पर आसीन होते हैं।
आपका अंगूठा क्या कहता है?
यदि कोई व्यक्ति अपने अंगूठे को अपनी अंगुलियों के बीच दबाकर बात करता है तो समझना चाहिए कि उसमें आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की कमी है।
यदि अंगूठा सीधा, चिकना, ऊंचा, गोल, दाहिनी ओर मुड़ा हुआ हो तथा उसके पोर अच्छी तरह जुड़े हुए व बराबर हों तो ऐसा व्यक्ति धनवान होता है।
जिन लोगों का अंगूठा पीछे की ओर मुड़ा हुआ न होकर सीधा और कठोर होता है, वे आदर्शवादी होते हैं और आसानी से मित्र नहीं बनाते।