फरीदाबाद बाईपास पर निर्माणाधीन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का काम पूरा हो चुका है। सिर्फ लोड टेस्टिंग का काम बाकी है। जो इस महीने के अंत तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद इसे वाहन चालकों के लिए खोल दिया जाएगा ।
आपको बता दें कि जिले की सीमा में इस एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की डेडलाइन सितंबर थी, लेकिन यह पूरा नहीं हो सका। यह देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे में से एक है। इसकी कुल लंबाई 1350 किलोमीटर है। इससे दिल्ली से मुंबई तक 12 घंटे में सफर संभव हो सकेगा। 12 फरवरी 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के सोहना-दौसा सेक्शन का उद्घाटन किया था।
दावा है कि डीएनडी फ्लाईओवर से कालिंदी कुंज तक के हिस्से का काम मार्च 2025 तक पूरा हो जाएगा। दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेसवे की शुरुआत दिल्ली के डीएनडी फ्लाईओवर से हो रही है। सेक्टर-62, साहूपुरा मोड़ से आगे एक्सप्रेसवे बनकर तैयार है, ट्रैफिक भी शुरू हो गया है। अब डीएनडी फ्लाईओवर से साहूपुरा मोड़ तक एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है।
अधिकारियों के अनुसार कालिंदी कुंज से सेक्टर-62 तक के हिस्से का काम पूरा हो चुका है। हर जगह अंडरपास बन चुके हैं। इन सभी के लिए अप्रोच रोड बन चुके हैं। एत्मादपुर और बरौली के सामने एलिवेटेड रोड बन चुका है। सर्विस रोड का काम भी पूरा हो चुका है। दाएं और बाएं तरफ लोहे की रेलिंग लगा दी गई है।
यहाँ भी कुछ बिंदु बनाये गये हैं
बाईपास पर सेक्टर-30 एत्मादपुर, सेक्टर-28, बसेलवा कॉलोनी, खेड़ीपुल, बीपीटीपी पुल के पास, सेक्टर-2, सेक्टर-2 आईएमटी पर एंट्री और एग्जिट प्वाइंट बनाए गए हैं। इन सभी जगहों पर अंडरपास बनाए गए हैं। निर्माण कंपनी ने अंडरपास के आसपास एंट्री और एग्जिट प्वाइंट बनाए हैं।
एक्सप्रेसवे के दोनों ओर छह लेन की सर्विस रोड
एक्सप्रेसवे कुल 12 लेन का बनाया गया है। मुख्य कैरिजवे छह लेन का है, जबकि दाएं और बाएं तरफ की सर्विस रोड भी तीन-तीन लेन की हैं। इस सर्विस लेन के जरिए वाहन चालक मुख्य कैरिजवे का इस्तेमाल कर सकेंगे।
तीन भागों में किया जा रहा है काम
एक्सप्रेसवे का निर्माण तीन हिस्सों में किया जा रहा है। दिल्ली के डीएनडी फ्लाईओवर से मिंडकोला गांव के बीच 59 किलोमीटर का हिस्सा है। पहले हिस्से के तहत दिल्ली के डीएनडी फ्लाईओवर के पास से कालिंदी कुंज तक करीब नौ किलोमीटर एक्सप्रेसवे का निर्माण चल रहा है। इसमें से सात किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड है।
इसके बाद यह आगरा नहर के साथ सेक्टर-37 श्मशान घाट के पास बाईपास से जुड़ता है। दूसरा भाग मलेरना पुल तक 24 किलोमीटर का है। तीसरा भाग मलेरना पुल से सोहना तक 26 किलोमीटर का है।
सोहना के अलीपुर से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का हिस्सा भी यहीं से जुड़ा है। परियोजना निदेशक के अनुसार इस बार बारिश ज्यादा हुई। इसलिए काम ज्यादा प्रभावित हुआ। सीवर और पेयजल लाइनों को शिफ्ट करने में देरी हुई। बिजली लाइन भी बाधा बनी। लेकिन अब काम तेजी से पूरा हो रहा है। उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक इसे वाहन चालकों के लिए खोल दिया जाएगा।