मंडी में अष्टमी पर माता टारना मेले की रही धूम, प्राचीन काल से चले आ रहे मेले का आयोजन करके नई शुरुआत

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मंडी, 10 अक्टूबर (हि.स.)। शरद नवरात्रों की अष्टमी को छोटी काशी मंडी में टारना माता मेला रियासत काल से मनाया जाता रहा है मगर कई सालों से यह मेला बंद था। कुछ साल पहले नगर परिषद मंडी ने इस परंपरा को फिर से शुरू करके पहल की थी मगर कोरोना काल में यह फिर से बंद हो गया था। अब मंडी नगर निगम बन गया है तो फिर से इसकी शुरुआत हुई है।

गुरूवार को इस मेले को धूमधाम से मनाया गया। मेले की शुरूआत राजदेवता माधोराय में महापौर वीरेंद्र भट्ट, उपमहापौर माधुरी कपूर व अन्य पार्षदों ने पूजा अर्चन करके की। इसके बाद एक शोभायात्रा शहर की चोटी पर स्थित माता टारना मंदिर तक सीढ़ियों से होकर निकाली गई जिसमें ग्रामीण देवी देवताओं की पालकियां भी शामिल हुई। माता टारना मंदिर में पूजा अर्चना के बाद कन्या पूजन किया गया। स्वयं सहायता समूह द्वारा फूड स्टॉल भी लगाए गए जिसकी विधिवत शुरू की गई। नगर निगम की इस पहल की शहरवासियों ने सराहना की है। सांयकाल में माता सिद्धकाली का पूजन किया गया व शहर के ऐतिहासिक घंटाघर परिसर में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों को आयोजन किया गया। शहर के लोगों ने टारना माता मेला में बढ़ चढ़ कर भाग लिया।

कई संस्थाओं जिनमें सिटिजन काउंसिल, ओल्ड स्टूडेंट एसोसिएशन, आर्य समासमाज, नामधारी संगत, नीलधारी संगत, पड्डल गुरूद्वारा आदि के प्रतिनिधियों ने इसमें विशेष तौर पर भाग लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों सेसैन्ट जे0वी0आर, आर्यसमाज, सरस्वती विद्या मंदिर की स्कूली छात्र व छात्राओं, महिला मंडल शिल्हाकीपड़, संगीत सदन, दीपक बैंुड आदि के कलाकारों ने इसमें अपनी प्रस्तुति दी।