हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बीजेपी अपनी जीत का जश्न मना रही है, वहीं कांग्रेस अपनी करारी हार पर मंथन कर रही है. वहीं चुनाव को लेकर सीएसडीएस की ओर से जारी किया गया सर्वे चौंकाने वाला है. सर्वे के मुताबिक, ब्राह्मण, यादव, ओबीसी और दलित मतदाताओं ने बीजेपी को जमकर वोट दिया है, जबकि जाट, जाटव और मुस्लिमों ने कांग्रेस पर भरोसा दिखाया है.
जाति आधारित मतदान
जाति आधारित वोटिंग का खुलासा करने वाले सर्वे के मुताबिक, 28 फीसदी जाटों ने बीजेपी को वोट दिया, जबकि 53 फीसदी जाटों ने कांग्रेस को वोट दिया. 19 फीसदी ने अन्य पार्टियों को वोट दिया. वहीं, ब्राह्मण वर्ग में 51 फीसदी ब्राह्मणों ने बीजेपी को, 31 फीसदी ने कांग्रेस को, 2 फीसदी ने बीएसपी-आईएनएलडी को और 16 फीसदी ने अन्य को वोट दिया.
पंजाबी खत्री ने बीजेपी को वोट दिया-सर्वे
सर्वे के मुताबिक 68 फीसदी पंजाबी खत्रियों ने बीजेपी पर भरोसा जताया. जबकि 18 फीसदी लोगों ने कांग्रेस को वोट दिया. 14 फीसदी वोट अन्य को मिले. अन्य ऊंची जाति के मतदाताओं में 59 फीसदी ने बीजेपी को और 22 फीसदी ने कांग्रेस को वोट दिया. 19 फीसदी ने अन्य पार्टियों का समर्थन किया.
44 फीसदी गूजरों ने कांग्रेस को वोट दिया. जबकि 37 फीसदी लोगों ने बीजेपी को वोट दिया. 19 फीसदी ने अन्य पार्टियों का समर्थन किया. 62 फीसदी यादव मतदाताओं ने बीजेपी को और 25 फीसदी ने कांग्रेस को वोट दिया. 13 फीसदी ने अन्य को वोट दिया. अन्य ओबीसी में 47 फीसदी ने बीजेपी को और 32 फीसदी ने कांग्रेस को वोट दिया. 21 प्रतिशत ने अन्य पार्टियों पर भरोसा जताया.
जाटव वोटरों ने क्या किया?
सर्वे के मुताबिक 50 फीसदी जाटों ने कांग्रेस को वोट दिया है. जबकि 35 फीसदी लोगों ने बीजेपी को वोट दिया. 15 फीसदी ने दूसरी पार्टियों पर भरोसा जताया. दिलचस्प बात यह है कि उनमें से केवल 6 प्रतिशत ने बसपा-आईएनएलडी गठबंधन को वोट दिया। आम तौर पर हिंदी पट्टी में जाटव मतदाता बसपा को वोट देते हैं। अन्य एससी श्रेणियों में, 33 प्रतिशत ने कांग्रेस को और 45 प्रतिशत ने भाजपा को वोट दिया। 22 फीसदी ने दूसरी पार्टी को वोट दिया.
मुस्लिम मतदाताओं की स्थिति
मुस्लिम मतदाताओं में भी नाराजगी देखी गई. 59 फीसदी लोगों ने कांग्रेस को वोट दिया. 7 फीसदी ने बीजेपी और 34 फीसदी ने अन्य पार्टियों पर भरोसा जताया. सर्वे के मुताबिक, 47 फीसदी सिखों ने कांग्रेस को और 21 फीसदी ने बीजेपी को वोट दिया. 32 फीसदी ने दूसरी पार्टी को वोट दिया.