हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस के सहयोगियों को मिला ‘मौका’, किसी का कटाक्ष तो किसी की सलाह

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हरियाणा चुनाव 2024 परिणाम : हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे कल आए और इस बार कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है. चुनावों में हार के बाद इंडिया के सहयोगियों के सुर भी बदल गए हैं और इसके साथ ही कांग्रेस को महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले अपनी रणनीति में भारी बदलाव करने की सलाह ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगियों ने दी है। 

केजरीवाल ने क्या कहा? 

आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मानो कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए सलाह दी कि हरियाणा चुनाव नतीजों का “सबसे बड़ा सबक” यह है कि किसी को भी चुनाव में “अति आत्मविश्वास” नहीं दिखाना चाहिए। किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए. हर चुनाव और हर सीट कठिन होती है.

शिवसेना के उद्धव गुट की सलाह

हरियाणा में सीट बंटवारे पर मतभेद के कारण आम आदमी पार्टी चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन करने में विफल रही। हालांकि, शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा कि हरियाणा चुनाव नतीजों का महाराष्ट्र पर कोई असर नहीं पड़ेगा. यहां अगले महीने चुनाव होने की संभावना है. हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस को अपनी चुनावी रणनीति पर दोबारा विचार करना चाहिए क्योंकि हरियाणा में बीजेपी के खिलाफ सीधी लड़ाई में कांग्रेस का प्रदर्शन उम्मीद से ज्यादा खराब रहा है.

सीपीआई की कांग्रेस को सलाह

सीपीआई महासचिव डी. राजा ने कांग्रेस को भी सलाह दी है और कहा है कि कांग्रेस को हरियाणा चुनाव नतीजों पर गंभीरता से आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और महाराष्ट्र और झारखंड में आगामी चुनावों में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सभी सहयोगियों को अपने साथ लेना चाहिए। कांग्रेस महाराष्ट्र में सीट बंटवारे के लिए शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (शरद चंद्र पवार) के साथ बातचीत कर रही है।

कांग्रेस ने क्या दिया तर्क?

इस बीच, कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपनी हार के बाद मंगलवार को महाराष्ट्र में अपने सहयोगियों को गठबंधन धर्म की याद दिलाते हुए कहा कि वह लोकसभा चुनाव में राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। पार्टी नेता ने कहा, ”मैं याद दिलाना चाहूंगा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस महाराष्ट्र में पहले नंबर पर थी. गठबंधन का एक धर्म होता है, जो एक-दूसरे से बात करें, मीडिया के जरिए नहीं.” उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में गठबंधन को मजबूत करना हमारा कर्तव्य है और हम अपने सहयोगियों के बारे में कुछ नहीं कहेंगे.