सुबह नाक बंद होना: नाक बंद होने से शरीर में कई समस्याएं हो सकती हैं। नाक का संबंध सिर्फ सांस लेने से ही नहीं बल्कि शरीर के अन्य अंगों से भी है। अगर आपको अक्सर सुबह उठते समय नाक बंद होने की समस्या का सामना करना पड़ता है तो यह पाचन तंत्र या श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारियों का संकेत हो सकता है। इस समस्या में आपको सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि सुबह के समय नाक क्यों बंद हो जाती है और इससे कैसे बचा जाए।
सुबह उठते ही क्यों बंद हो जाती है नाक?
आमतौर पर आपको सर्दी-बुखार या संक्रमण के कारण नाक बंद होने की समस्या का सामना करना पड़ता है। लेकिन इसके अलावा और भी कई कारणों से आप बंद नाक का शिकार हो सकते हैं। बरसात और सर्दी के मौसम में इस समस्या का सामना करना पड़ता है। चूंकि इस मौसम में संक्रमण का खतरा अधिक होता है, इसलिए यह नासिका मार्ग में बलगम जमा होने के कारण भी हो सकता है। इसके अलावा जो लोग साइनस संक्रमण से प्रभावित होते हैं उन्हें भी सुबह उठते ही नाक बंद होने की समस्या का सामना करना पड़ता है। बाबू ईश्वर शरण अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. समीर का कहना है कि बंद नाक की समस्या कई कारणों से हो सकती है। सर्दी, फ्लू, संक्रमण और एलर्जी के अलावा कई अन्य कारण भी इसके लिए जिम्मेदार माने जाते हैं। अगर आपको भी सुबह उठते ही यह समस्या बार-बार होती है तो सबसे पहले आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
सुबह उठने के बाद नाक बंद होने का मुख्य कारण
- श्वसन पथ का संक्रमण
- साइनस की समस्या
- जीईआरडी के कारण (गैस्ट्रोसोफेजियल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) एक पुरानी पाचन विकार है जो तब होता है जब पेट से भोजन एसोफैगस में वापस आ जाता है। यह एसोफैगस में जलन पैदा कर सकता है और दिल की धड़कन, छाती या गले में जलन जैसे लक्षण पैदा कर सकता है)
- फेफड़ों से सम्बंधित रोग
- सर्दी और एलर्जी की समस्या
- श्वसन तंत्र में सूजन
- अस्थमा रोग
बंद नाक को रोकने के उपाय
अगर बंद नाक की समस्या लगातार बनी रहती है तो आपको सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इस समस्या से बचने के लिए अपने खान-पान पर विशेष ध्यान दें। अगर आपको किसी चीज से एलर्जी है तो उससे दूर रहें। इसके अलावा बंद नाक से छुटकारा पाने के लिए सुबह गर्म पानी से भाप लें। नाक में गर्म पानी डालने से भी आपको फायदा होगा। धूल भरी, धुएँ वाली जगहों पर मास्क पहनें। इसके अलावा नियमित रूप से योग और प्राणायाम करने से भी इस समस्या में बहुत फायदा मिलता है।