शिमला के मिडल बाजार शिवमंदिर के महंत बने शिव प्रताप गिरी

1f1d3125c2ca16f5b6b7ddd860d7f4f0 (2)

शिमला, 05 अक्टूबर (हि.स.)। राजधानी शिमला के मिडल बाजार स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिर को नया मंहत मिल गया है। श्री श्री शिव प्रताप गिरी को मंदिर का नया महंत बनाया गया है। यह मंदिर श्री शिमलेश्वर महाराज के नाम से जाना जाता है।

नवनियुक्त महन्त श्री श्री शिव प्रताप गिरी ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि वह गौसांई मठ के अधीन आते है और परिवार का बडा बेटा ही महन्त की गद्दी को सम्भालता है। उन्होने कहा कि बडी जिम्मेदारी उन्हें मिली है और इसका वह तन मन धन से निर्वहन करेंगे और पूरी निष्ठा के साथ मन्दिर के उत्थान व श्रेष्ठता के लिए कार्य करेंगे।

शिव प्रताप गिरी ने मन्दिर का इतिहास बताते हुए कहा कि सन् 1785 में बाबा बुद्ध गिरी महाराज जी जब इस स्थान पर तपस्या कर रहे थे तभी स्वयंभू शिवलिंग प्रक्ट हुए और उन्होने उसे प्रतिष्टित व स्थापित करने के लिए जिन्दा समााधी ली जो आज भी मन्दिर के पिछले भाग में स्थापित है जिसकी जनमानस द्वारा पूजा अर्चना की जाती है। उसी दिन से शिमलेश्वार महाराज जी की स्थापना हुई और पुजा अर्चना शुरू हुई। उसके बाद मन्दिर को बढा व अच्छा स्वरूप बाबा महन्त अम्बादत्त गिरी जी महाराज ने सन् 1849 में दिया। बाबा बुद्ध गिरी महाराज एक सिद्ध पुरुष थे व उनके द्वारा ही बाबा अम्बादत्त गिरी जी को महन्त का कार्यभार दिया गया और गुरू शिष्य परम्परा को आगे बढाया गया।

महन्त शिव प्रताप गिरी ने कहा कि मन्दिर पहले अतिगोपनीय व निजी परिवार का ही था परन्तु आसपास की जनता के अनुरोध करने पर महन्त अम्बादत्त गिरी ने इसे आम जनमानस के लिए खोल दिया। महन्तो का इतिहास अति पौराणिक है व महन्त श्रेष्ट धार्मिक प्रचारक होते है जो धर्म की रक्षा करने के लिए अपना समस्त जिवन ईश्वर भक्ति में लगा देते है।

श्री शिमलेश्वर महाराज मंदिर के मीडिया प्रभारी गौरव शर्मा ने कहा कि अब से शिमलेश्वर महाराज जी की सभी गतिविधयों पर श्री श्री महन्त श्विप्रताप गिरी का संचालन रहेगा व मन्दिर के रख रखाव, पंडितों का कार्य, व सभी आयोजनो में उनके द्वारा ही रुप रेखा को बनाया जाएगा व मन्दिर का भरपूर संरक्षण व संचालन अब नवनियुक्त महन्त ही करेंगें।