नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से प्रदेश के सबसे बड़े ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. दिल्ली पुलिस ने छापेमारी में करीब 565 किलो कोकीन जब्त की है. अंतरराष्ट्रीय कीमतों के मुताबिक कुल कीमत करीब 5000 करोड़ रुपये आंकी गई है. इसके साथ ही पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है. इससे पहले रविवार को दो अफगानियों को 400 ग्राम ड्रग्स के साथ पकड़ा गया था, जिनसे पूछताछ और एजेंसियों के इनपुट से इस सबसे बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है. इसके पीछे अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट होने की भी आशंका है.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कहा कि पहले 360 किलो हेरोइन जब्त की गई थी लेकिन कोकीन बहुत कम मात्रा में जब्त की गई थी, यह पहली बार है कि दिल्ली में 500 किलोग्राम से ज्यादा कोकीन जब्त की गई है. जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें सरगना का नाम तुषार गोयल सामने आया है. वह दिल्ली के वसंत विहार का रहने वाला है। उसके अन्य सहयोगी औरंगजेब, हिमांशु भी पकड़े गए हैं। ये दोनों आरोपी तुषार गोयल के साथ रहते थे. जबकि औरंगजेब अपनी कार चला रहा था. चौथे आरोपी का नाम भरत जैन है. जो कोकीन लेने के लिए मुंबई से दिल्ली आया था.
दिल्ली स्पेशल सेल के एडिशनल कमिश्नर प्रमोद कुशवाह ने बताया कि पुलिस ने पहले आरोपियों के पास से 15 किलो कोकीन जब्त की थी, जिसके बाद महिपालपुर एक्सटेंशन में एक गोदाम पर छापा मारा गया, जहां से इतनी बड़ी मात्रा में कोकीन जब्त की गई. ड्रग्स को 23 कार्टन और 8 यूएस पोलो शर्ट के कवर के अंदर छिपाया गया था। पूरा रैकेट मध्य पूर्व के एक देश के हैंडलर द्वारा संचालित किया जा रहा था। ये ड्रग्स देश के अलग-अलग शहरों से दिल्ली पहुंचाई जाती थी. नशीली दवाओं को जमा करने या बेचने के लिए बहुत कम राशि का उपयोग किया जाता था ताकि पूरी मात्रा एक बार में जब्त न हो जाए।
अभी रविवार को ही दिल्ली कस्टम विभाग के अधिकारियों ने एयरपोर्ट से एक लाइबेरिया नागरिक को 1660 ग्राम कोकीन के साथ पकड़ा था, जिसकी कीमत करीब 24 करोड़ रुपये आंकी गई है. जबकि तिलक नगर इलाके में दो अफगानियों को 400 ग्राम हेरोइन और 160 ग्राम कोकीन के साथ पकड़ा गया. दो दिन बाद यानी बुधवार को राजधानी का सबसे बड़ा ड्रग कैरेट जब्त किया गया है. पिछले कुछ समय से भारत में नशीली दवाओं की तस्करी की मात्रा चिंताजनक रूप से बढ़ रही है। इस साल सिर्फ फरवरी महीने में गुजरात के समुद्री इलाके से 3300 किलो ड्रग्स जब्त की गई थी, जिसे देश का सबसे बड़ा ड्रग रैकेट माना जाता है.