आंवले में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सांसों में दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते हैं। आप इसे धीरे-धीरे चबाकर खा सकते हैं. सांसों की दुर्गंध की समस्या को दूर करने के लिए यह एक कारगर उपाय है।
आंवला शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद करता है। यह विटामिन-सी, ए और फाइटोन्यूट्रिएंट्स के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होता है।
गर्भावस्था के दौरान बार-बार उल्टी आना और अपच जैसी समस्याओं में सूखे आंवले को मुंह में चबाने से काफी राहत मिलती है।
गर्भवती महिलाओं को खासतौर पर सूखे आंवले का सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से मां के शरीर को आंवले में मौजूद विटामिन और अन्य पोषक तत्व भी मिलते हैं।
पेट दर्द से राहत पाने के लिए सूखे आंवले का सेवन करना चाहिए क्योंकि सूखे आंवले में पॉलीफेनोल्स नामक एंटी-ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होता है, जो पेट के विषाक्त पदार्थों को कम करता है।
इसलिए अगर पेट में जलन या ऐंठन जैसी शिकायत हो तो सूखे आंवले के इस्तेमाल से इसमें काफी राहत मिलती है.
आंवले में फाइबर पाया जाता है जो आंतों की कार्यप्रणाली को सही और स्वस्थ रखने का काम करता है। आंवले में फाइबर के साथ-साथ प्रोबायोटिक गुण भी होते हैं, जो आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं।
यह पाचन को स्वस्थ रखने में मदद करता है। साथ ही गैस, कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है।
आंवला विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है और कई बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है।
खराब कोलेस्ट्रॉल से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। आंवला खाने से शरीर में जमा चर्बी कम हो सकती है.
शरीर में रक्त संचार सही रहता है, जिससे हृदय संबंधी बीमारियों समेत कई अन्य समस्याओं का खतरा कम हो जाता है।