अनियमित जीवनशैली के कारण आजकल नींद संबंधी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। लोगों के सोने, जागने और खाने-पीने का समय अब तय नहीं रहा। जिसके कारण अनिद्रा एक आम समस्या बन गई है। स्वस्थ रहने के लिए अच्छी और पूरी नींद बहुत जरूरी है। विशेषज्ञों का कहना है कि स्वस्थ रहने के लिए किसी को भी कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। नींद की कमी पाचन, मूड और शरीर के कई अन्य अंगों पर असर डालती है। इससे मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है और नींद की कमी से लीवर की समस्या भी हो सकती है। विशेषज्ञों से जानें कि नींद की कमी लिवर के स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करती है। यह जानकारी न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स, नोएडा के लैब चीफ डॉ. विज्ञान मिश्रा दे रहे हैं।
नींद की कमी से लीवर पर क्या प्रभाव पड़ता है?
विशेषज्ञों का कहना है कि नींद की कमी से लीवर की सेहत खराब हो सकती है। लंबे समय तक नींद की कमी से लिवर सिरोसिस का खतरा बढ़ सकता है।
लीवर सिरोसिस तब होता है जब लीवर लंबे समय तक बीमार रहता है और खुद को ठीक से डिटॉक्सीफाई नहीं कर पाता है, जिससे लीवर के ऊतकों पर घाव हो जाते हैं। जिसके कारण लिवर की कार्यप्रणाली काफी प्रभावित होती है और धीरे-धीरे लिवर पूरी तरह से खराब हो जाता है।
नींद की कमी के कारण यह समस्या हो सकती है। जिसके कारण उल्टी, वजन कम होना, थकान, भूख न लगना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
वहीं, स्लीप एप्निया लिवर को नुकसान पहुंचाता है। जिसके कारण लीवर की कोशिकाओं को उचित ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और लीवर खराब हो जाता है।
आपको यह भी समझना चाहिए कि अगर लिवर ठीक से काम नहीं करेगा तो आप सो नहीं पाएंगे और रात में बार-बार उठेंगे।
जब हम सोते हैं तो हमारे लीवर को पूरी तरह से विषहरण करने का समय मिलता है। वहीं, अगर आप पर्याप्त नींद नहीं ले रहे हैं तो लिवर में विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं।
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए उचित आहार, स्वस्थ जीवनशैली और पर्याप्त नींद बहुत जरूरी है।